Tuesday, October 18, 2016

FUN-MAZA-MASTI ठरकी की लाइफ में ..61

FUN-MAZA-MASTI

 ठरकी की लाइफ में ..61


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अब आगे
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अपने निप्पल पर मिल रही तेल मालिश और चूत में लंड खालिश की वजह से जल्द ही रिया झड़ने के करीब पहुँच गयी....
और उसकी चूत ने ढेर सारा रज छोड़ दिया.....
जिसने अजय के लिंग का अभिषेक करते हुए नीचे तक बहना शुरू कर दिया.



पर अजय अब भी नही रुका....
उसने रिया को बेड पर पटका और खुद उसके उपर पहुँच गया....
और ज़ोर-2 से उसकी चूत में अपना लंड पेलने लगा....



ऐसा पेला...ऐसा पेला की उसकी चीखों से पूरा कमरा क्या होटेल ही गूँज उठा....

और जल्द ही अजय ने सुबह का पहला-2 प्यार अपनी प्यारी साली की चूत में उड़ेलना शुरू कर दिया..

जिसकी गर्मी को महसूस करके वो जल उठी...

अजय ने धीरे से अपना लंड बाहर खींच लिया, उसका माल पीछे -२ बाहर निकल आया



सब कुछ शांत होने के बाद अजय ने अपनी फूल जैसी साली को गोद में उठाया और बाथरूम में घुस गया...
शावर ओंन करने के बाद भी वो उसकी गोद में चढ़ी रही.

रिया धीरे से बोली : "जीजू....शाम को शावर में ही करेंगे.... ये मेरी एक फेंटेसी है....''

अजय मुस्कुरा दिया और बोला : "ठीक है मेरी जान.... अपनी हर फेंटेसी पूरी कर लो... ऐसा मौका शायद ही दोबारा मिलेगा हमे....''


अजय ने उसकी चूत अच्छी तरह से साफ़ की



और उसके बाद दोनो अच्छी तरह से नहाकर बाहर निकल आए.

अजय को मीटिंग के लिए निकलना था,वो तैयार हुआ, रिया ने तब तक नाश्ता ऑर्डर कर दिया था, जिसे खाकर वो मीटिंग के लिए निकल गया.

अजय ने जाते-2 कहा की वो 4 बजे तक वापिस आएगा....
फिर दोनो कोई मूवी देखने चलेंगे..

पर रिया के दिमाग़ में कुछ और था....

अजय ने जिस तरह से उसे अपनी फेंटेसी पूरी करने की छूट दी थी, उसके बाद तो उसका दिमाग़ घोड़े की तरह दौड़ने लगा था...

बेचारा अजय नही जानता था की आज उसके साथ क्या होने वाला है.


अजय जब क्लाइंट के पास पहुँचा तो वो उसी का इंतजार कर रहे थे...
वो अजय को मीटिंग रूम में ले गये जहाँ पहले से उनकी टीम इंतजार कर रही थी...
उन्होने अजय को प्रॉजेक्ट की पूरी जानकारी देनी शुरू कर दी ताकि अजय उसे समझने के बाद सही ढंग से अपनी कंपनी की तरफ से मिलने वाली सर्वीसज़ को बता सके..

अजय उनकी प्रेज़ेंटेशन देख रहा था....
वैसे तो उसे सब पता ही था लेकिन अपनी तरफ से वो एक बार फिर से उसे समझाने की कोशिश कर रहे थे...
ये अजय के लिए काफ़ी बोरिंग टाइप का था...
वो बेमन से सब देख ही रहा था की उसके मोबाइल पर मैसेज आया...
मोबाइल वाइब्रेट मोड पर था... उसने चेक किया तो व्हाट्सएप पर रिया का मैसेज था...

और जब उसने खोल कर देखा तो एक पिक थी... जो शायद उसने अपने मोबाइल को टेबल पर रखकर टाइमर मोड से खींची थी...जिसमे वो पूरी नंगी होकर अपनी गांद फेलाए बिस्तर पर घोड़ी बनी हुई थी ..



और नीचे लिखा था : "आपकी साली....आपका इंतजार कर रही है...''

ये मैसेज पड़कर और उसकी पिक देखकर अजय का लंड 440 वॉल्ट के झटके खाकर खड़ा हो गया... और उसका सारा ध्यान मीटिंग से हट गया..

वो सोचने लगा 'ये क्या पागलपन कर रही है रिया... साली को पता है की मैं मीटिंग में हूँ ,फिर भी पंगे ले रही है...'

पर उसे क्या पता था की ये रिया का सोचा समझा प्लान था...
ये उसकी एक ऐसी फैंटेसी थी जिसमें वो अपने जिस्म का लालच देकर अपने प्रेमी यानी जीजू को पागल कर देना चाहती थी इतना पागल की वो उसके पास खिंचता चला आये. वो अपनी वूमेन पावर चेक करना चाहती थी

उसे फोने में लगे देखकर प्रेज़ेंटेशन दे रहे मार्केटिंग मैनेजर ने कहा : "मिस्टर.अजय... इस एवरीथिंग इस ओके...''

अजय ने चौंकते हुए उसकी तरफ देखा और कहा : "या या.... फाइन... एवरीथिंग इस फाइन ... प्लीज़ कंटिन्यू...''

और वो एक बार फिर से प्रेज़ेंटेशन देने में लग गया.

रिया का एक और मैसेज आया...

"जीजू.... दूध पियोगे क्या...''

और इस मसेज के बाद एक पिक और आई.... जिसमें वो अपने दोनो थन बड़ी शान से अपने जीजू को दिखा रही थी...



उन मुम्मो को देखकर उसे सुबह की चुदाई याद आ गयी जब इन्ही मुम्मों को मुँह में लेकर वो उसकी चूत को बुरी तरह से पेल रहा था...

अजय के होंठ सूख गये....
ऐसा अत्याचार उसके उपर आज तक नही हुआ था...
एक तो 3 पीस सूट पहनने की वजह से उसके लंड को पूरा खड़ा होने की जगह भी नही मिल पा रही थी...
और अपने लंड को बार-2 अड्जस्ट करते हुए उसे काफ़ी एंबेरेस्मेंट भी हो रही थी....
उसे रिया पर पहले काफ़ी गुस्सा आ रहा था...
पर अब उसे अंदर ही अंदर एक रोमांच महसूस होने लगा था..


उसने मैसेज का रिप्लाई किया..

''पीला दो''

रिया का एक और मैसेज आया : ''सिर्फ़ दूध ही पीना है या...''

अजय के हाथ काँप से गये उसका रिप्लाइ करते हुए : "उसके अलावा क्या है....''

''ये है.....''

उसके मसेज के साथ एक और पिक आई....जिसमें वो अपनी उँगलियों से अपनी चूत को फैला कर उसका क्लोसअप दिखा रही थी....



वो सॉफ देख पा रहा था की उसके चूत के रसीले होंठों में कितना गुलाबीपन था....
कल से हो रही चुदाई के बाद जो रंगत उसमे आई थी, उसे देखकर तो आसमान का सिंदूरी रंग भी शरमा जाए...

एक सिसक सी निकल गयी अजय के मुँह से....
उसने टेबल पर पड़ा पानी का ग्लास एक ही बार में खाली कर दिया.

और एकदम से अपनी सीट पर उठकर बोला : "एक्सक्यूस मी .... आयी नीड टू मेक ए अर्जेंट कॉल...''

वो लोग भला क्या बोल सकते थे, उन्होने सिर हिला दिया और अजय लगभग भागता हुआ रूम से बाहर निकल आया और उसने रिया को फोन मिलाया

जैसे ही रिया ने फोन उठाया उसकी रस मे डूबी रसीली सिसकारी सुनाई दी....

''आआआआआआआआहह जीजू........ उम्म्म्ममममममम''

अजय जो थोड़ा गुस्से और उत्तेजना में भरकर उसे फोन कर रहा था, उसके शब्द मुँह में ही अटक कर रह गये...

वो फिर से हिसहिसाई : "सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स...... जीजू......... जल रही हूँ मैं ....... उपर से नीचे तक..... पूरी नंगी ..... आआआआआआआआहह कुछ करो जीजू......... कुछ करो.......सुबह जैसा कुछ करो ''

अजय हकलाया : "री ....री ..... रिया...... ये ...ये क क....क्या कर रही हो ........ पता है ना...... मीटिंग चल रही है....''

पर रिया ने जैसे उसकी बात सुनी ही नही और एक जोरदार चीख निकली उसके मुँह से : "आआआआआआआआआआअहह .. जीजू......... ये...... ये हेयरब्रश..... का पिछला हिस्सा..... अहह ....बिल्कुल ..... आपके ...... आपके..... ''लंड'' जैसा है.....आ जाओ जीजू....... अभी आ जाओ ना..... प्लीज़....''

उसने लंड बोलते हुए जो ज़ोर अपने शब्दो पर दिया था, अजय तो वही धराशायी हो गया.....

वो समझ गया की रिया किस आग में जल रही है....
वो अगर अभी के अभी ना पहुँचा तो वो पता नही क्या करेगी....

उसने कहा : "अभी आया....''

और उसने फोन काट दिया.


अजय तुरंत अंदर गया और बोला : "जेन्टलमैन्स , आई एम सॉरी.... बट मुझे 1 अर्जेंट्ली होटेल वापिस जाना है.... आई विल बी बैक सून...''

उन्हे किसी तरह समझा बुझाकर वो पार्किंग में गया और टैक्सी मँगवाकर अपने होटेल की तरफ चल दिया..

अभी सिर्फ़ 12 ही तो बजे थे...

वहां पहुंचकर वो लगभग भागता हुआ अपने रूम की तरफ आया....
और दरवाजा धकेला तो वो पहले से ही खुला हुआ था...
ऐसे मे कोई वेटर अंदर घुस जाता तो उसे रिया की नंगी जवानी के दर्शन हो जाने थे...
पर अजय के पास इस बात को सोचने का टाइम नही था...

अंदर रिया बेड के किनारे खड़ी हुई थी..... एकदम नंगी.



अजय ने अपना कोट उतार फेंका और अपने लंड को मसलता हुआ बोला : "साली..... अपनी नशीली जवानी का इस्तेमाल करना इतनी जल्दी सीख गयी....''

वो हंसते हुए अपने जीजे के पास आई और उसके गले में अपनी बाहें डालकर बोली : "क्या करू जीजू.... आपसे मस्ती करने का मन कर रहा था.... जीजा साली में इतना तो चलता ही है ना...''

अजय ने उसके चेहरे को पकड़ा और उसके होंठों पर अपना अंगूठा फेरते हुए कहा : "ऐसी मस्ती अगर हर जीजा साली में होने लग जाए ना तो हर मर्द के पास 2-3 चूतें होंगी मारने के लिए...''

रिया ने उसके हाथ पकड़ कर अपनी चूत के उपर रख दिया और बोली : "अभी तो आप इस चूत की फ़िक्र करो.... जिसमें ज्वालामुखी उबल रहा है..... अपने लावे से इसे बुझा दो....''

अजय ने महसूस किया की उसकी चूत में से जो आँच निकल रही है उससे उसका हाथ जल सा रहा है....
उसने अपनी 3 उंगलियाँ एक साथ उसके अंदर धकेल दी....
वो सीसीया उठी....
और उसने लड़खड़ाते हुए अपने जीजू को कस के पकड़ लिया और उसके होंठों पर टूट पड़ी..



अजय ने उसके बूब्स को बुरी तरहा निचोड़ते हुए उसे बेड पर लिटा दिया.... और उसके जिस्म को उपर से नीचे तक चाटने लगा..

करीब 4 घंटे पहले चुदने के बाद भी रिया के उतावलेपन में कोई कमी नही दिखाई दे रही थी....
अजय तो वैसे भी सुपरमैन की पावर वाला बंदा था....
उसका लंड हमेशा तैयार रहता था...


अजय ने अपने सारे कपड़े उतार फेंके और बेड पर लेट गया.
रिया ने उसका लंड अपने होंठों पर रगड़ते हुए और उसकी आँखो में देखते हुए बोली : "देखा .... कैसे बुलाया मैने.... ये भी मेरी एक फैंटेसी थी..... जो आज पूरी हो गयी...''



अजय : "उममममम साली..... अब ज़्यादा बड़बड़ मत कर.... काम कर अपना....''

अजय ने अपनी आँखे बंद करते हुए उसके सर पर हाथ रखकर उसे नीचे धकेला और उसका लंड पूरा का पूरा उसके मुँह में चला गया.

रिया तो किसी प्यासी आत्मा की तरह उसके लंड से अजय का रस बाहर खींचने लगी....
उसके हर चुप्पे के बाद अजय को अपनी गांड हवा में उठानी पड़ती थी.... और उसके मुँह से अपने लंड को बाहर निकलवाना पड़ता था.... वरना वो अपने दांतो के चुंगल से उसे कुरेदने में लगी हुई थी.

कुछ ही देर में अजय को ऐसा लगा की वो झड़ने के करीब है तो उसने लंड बाहर निकाल लिया...
वो सुबह झड़ा था और अभी झड़ने का मतलब था की उसके लंड को चुदाई के लिए तैयार होने में आधा या एक घंटा और लगता, और इतना टाइम उसके पास नही था....
सिर्फ़ एक शॉट था उसके पास जो वो इस वक़्त उसके मुँह में झाड़कर वेस्ट नही करना चाहता था..

पर उससे पहले वो उसकी चूत चाटकर उसमें उबल रहे ज्वालामुखी को थोड़ा शांत करना चाहता था...
ताकि सीधा उसकी चूत में लंड पेलने से उसका लंड झुलस ना जाए..

रिया को उसने अपनी जगह लिटाया और चूत की फांके फेला कर अपनी जीभ घुसा दी अंदर..

उसका शरीर साँप की तरह उपर नीचे होकर मचलने लगा



''आआआआआआआआआआआआआआआहह जीजू.................. उफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ आपकी तो जीभ भी कमाल की है........ ...... चूसो इसे जीजू......... बहुत बेचैनी हो रही है...... बुझा दो ये प्यास......... और बुझा लो अपनी भी........ अहह....''

अजय ने उसकी चूत के होंठों को चूसते हुए उसके बूब्स भी दबाने शुरू कर दिए..

एक साथ अपनी 2-2 प्रॉपर्टीस पर हमला होता देखकर उसका बुरा हाल हो गया...

वो दोनो और से मिल रहे मज़े को महसूस करके कभी हंस पड़ती और कभी सिसक पड़ती...

आज जैसी डबल वाली फीलिंग शायद उसे पहली बार मिली थी.



और ऐसे ही मजे लेते हुए वो झड़ गयी.

अजय ने उसके गर्म -2 लावे को अपने होंठों पर महसूस किया....
ऐसा लगा जैसे देसी घी का पतला हलवा उसके मुँह में भर गया हो....
उसके रस की मिठास सभी बहनो से ज़्यादा थी.


उसकी चूत को अच्छी तरह से चाटने के बाद वो उपर आया और बेड पर लेट गया....
रिया को उसने अपने उपर खींच लिया और उसके होंठो को चूसने लगा.

रिया तो उसके उपर ऐसे फिसलने लगी जैसे मछली को पानी मिल गया हो....
और ऐसे ही मचलते-2 उसने अपनी चूत अजय के लंड में फँसा दी....
जैसे मछली काँटे में अटक जाती है, ठीक वैसे ही....
ये वैसा ही मंज़र था, जैसा आज सुबह हुआ था...
रिया की चूत में अजय का लंड फँस चुका था...
पर इस बार अजय को उसे नीचे की तरफ धक्का देने की ज़रूरत नही पड़ी, वो खुद ही नीचे सरकती चली गयी और सी-2 करता हुआ उसका लंड रिया की चूत को भेदता चला गया..

उसके बाद तो वो रुकी ही नहीं, खुद ही अजय के लंड का मजा लेते हुए उसके लंड को अंदर बाहर करने लगी



एक बार फिर से वो मस्ती भरी स्मूच करते हुए उसके उपर कूदने लगी.

''आआआआअहह जीजू...... आई लव यू .... अआहह ज़ोर से चोदो मुझे...... फक्क मी उम्म्म्ममममममममममम येसस्स्स्स्स्स्स्सस्स..... जीजू.................. आआआआआआअहह ............ मर गयी...... अहह''

बेचारी एक बार और झड़ गयी.

पर अजय अभी शांत नही हुआ था...

उसने रिया को नीचे पटका और उसकी चूत को फेला कर उसमे अपना लंड एक बार फिर से अंदर पेल दिया

अजय के झटके एक बार फिर से निकलने लगे जो रिया को ऊपर से नीचे तक झंझोड़ रहे थे..
अब तो बेचारी ने अपना सिर पकड़ लिया....
उसके झटको ने उसे पूरी तरह से हिला कर रख दिया था..



और जल्द ही अजय को अंदर से संकेत मिलने शुरू हो गये..

जो सॉफ-2 कह रहे थे की अब उसके लंड से कभी भी सफेद बारिश हो सकती है...

उसने उसके कंधो को पकड़ा और उसके उपर पूरा लेट गया...

और अगले ही पल उसके लंड ने पिचकारियां निकालनी शुरू कर दी..
और उसका गदा और सफ़ेद रास सीधा उसकी चूत में जाने लगा..


वो तब तक उसकी चूत के अंदर अपना लंड लेकर लेटा रहा जब तक उसके अंदर की एक-2 बूँद रिया की चूत में नही उतर गयी..

अपने कपूरे पूरे खाली कर दिए उसने रिया की चूत में



और फिर एक तरफ लुढ़क कर वो गहरी साँसे लेने लगा..

कुछ देर बाद उसे मीटिंग का ध्यान आया और वो जल्दी से तैयार होने लगा...

रिया नंगी ही मुस्कुराती हुई उसे तैयार होते देखती रही..

वो जानती थी की मीटिंग भी ज़रूरी है.

वो जब बाहर निकलने लगा तो रिया बोली : "जीजू..... जल्दी आना.... मूवी जाना है....और शावर भी लेना है आज हमें एक साथ....''

साली एक बार फिर से उसके लंड को खड़ा कर गयी...



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