Monday, November 23, 2015

FUN-MAZA-MASTI कुछ पाने के लिए कुछ लेना पड़ता हैं

FUN-MAZA-MASTI

कुछ पाने के लिए कुछ लेना पड़ता हैं


मेरा नाम अमर है और मैं बनारस का रहने वाला हूँ. मैंने मेट्रिक तक पढाई की हैं. मुझे जवानी से ही सेक्स कहानियां पढनी अच्छी लगती हैं क्यूंकि उस से मैं नए नए सेक्स आसन और लड़कियां पटाने के दाव सीखता था. आज मैंने भी अपनी असली जिन्दगी का एक किस्सा आप लोगों को बताने का सोच लिया हैं. यह किस्से के किरदार हैं मैं, मेरी पत्नी  सीमा और मेरी पत्नी  की छोटी बहन यानी के मेरी साली रिंकी. मैं और सीमा बड़े चुदक्कड़ हैं और इस चुदाई के चलते ही घर में  बच्चो की लाइन लगी हुई थी. रिंकी की शादी को 3 साल हो गए थे लेकिन उसके घर में अभी बच्चा नहीं रोया था, और यही टर्निंग पॉइंट था मेरी साली की बुर का मेरे पास आने का.
पत्नी  ने कहा साली की बुर चोदने के लिए
एक दिन मैं रेशम साफ़ कर रहा था तभी मेरी पत्नी  सीमा मेरे पास आई.
अजी सुनते हैं.
हाँ बोलो, क्या हुआ.
एक काम था आप से, तनिक रेशम को छोड़ेंगे.
क्यूँ नहीं, बोले. इतना कह के मैं सीमा की और घुमा.
उसकी निगाहें नीची थी और उसकी जबान खुल नहीं रही थी. मुझे लगा की शायद 4 था बच्चा भी भर गया क्या! सीमा धीरे से बोली, रिंकी के लिए एक काम था अगर आप कर दें तो.
कैसा काम?
उसके पति अजय  और रिंकी कल आप के काम पर जाने के बाद आये थे.
अरे भाई, काम क्या हैं?
मुझे शर्म आ रही हैं.
मैं उठा और सीमा के दोनों कंधे पकडे और उसे हिम्मत दी.
तब उसके मुहं से निकला, अजय  चाहते थे की आप रिंकी के साथ…….वो फिर रुक गई….!
रिंकी के साथ क्या? आगे भी तो बोलो.
जी, वो अजय  कह रहे थे की आप रिंकी के साथ हमबिस्तरी कर लेते एक बार!
क्या, पागल हो क्या तुम लोग?
नहीं, ऐसा नहीं हैं. डॉक्टर ने उनकी जांच की हैं और कहा हैं की वो कभी बाप नहीं बन सकते, उनके वीर्य में बच्चे के कीटाणु ही नहीं हैं. जो हैं वो भी मरे हुए हैं. और वो मदनपुरा में अपनी इज्जत गवांना नहीं चाहते हैं. किसी को पता नहीं चलेगा हम चारो के अलावा. रिंकी को अजय  भाई ने राजी कर लिया हैं. बस आप के हाँ करने की देर हैं.

बाप रे, ये सब क्या हो रहा था पता नहीं. वैसे रिंकी दिखने में मधुबाला से कम नहीं हैं. गोरी, कजरारी आँखे, उभरी हुई छाती और पतली कमर. उसकी और मेरी पत्नी  की उम्र में 7 साल का अंतर था और रिंकी को 18 साल में ही ब्याह दिया गया था. मेरे सामने पहली बार रिंकी का नंगा बदन आने लगा. इस से पहले मैंने कभी साली की बुर चोदने का ख्वाब में भी नहीं सोचा था. और अभी तो खुद मेरी पत्नी  साली की बुर का तोहफा ले के आई थी और कह रही थी की साढू बाई भी इसमें एग्री हैं. मेरा मन भी अब रिंकी की बुर लेने को हो गया.

तो आप की हाँ हैं? मैं अजय  भाई और रिंकी को बता दूँ?
मैंने हाँ में मुंडी हिला दी.
मैं भी रेडी हो गया
सीमा एकदम खुश हो के कमरे से जैसे भागी. वो बड़ी खुश थी कमरे से बहार जाते वक्त. मैं रेशम सही कर के काम पर चला गया. शाम को जब घर आया तो देखा की मेरी साली रिंकी और साढू अजय  घर पे ही थे. अजय  ने मुझे बस औपचारिक बात की. रिंकी जो हमेंशा मुझे छेडती थी आज वो कुछ नहीं बोली. मेरी पत्नी  पानी लाइ और फिर उसने सब के लिए गोस्त रोटी लगाईं. खाने के वक्त भी कम ही आवाज निकली सब की. अजय  बस बिच बिच में कुछ बोलता था लेकिन रिंकी तो बिलकुल चुप थी. खाना खाने के बाद मैं कुछ देर टीवी देख के सोने के लिए कमरे की और बढ़ा. मैंने देखा की सीमा आँखों से रिंकी को कुछ इशारे कर रही थी. मैंने ज्यादा तवज्जो नहीं दी और कमरे में गया.

5 मिनिट के बाद दरवाजा खुला और मैंने देखा की रिंकी का कन्धा पकड के सीमा उसे कमरे में ले के आई. उसने रिंकी को बिस्तर तक छोड़ा और फिर वो बहार गई. मैंने दरवाजा बंध होते देखा और उठ के सक्कल लगा दी. अब रिंकी की जान में जान आती दिखी. उसने मेरी और देखा और हंस पड़ी.
जीजा जी, आप को इस से कोई ऐतराज तो नहीं हैं ना.

मैं मन में सोचने लगा की साली की बुर से कभी किसी जीजू को ऐतराज हुआ हैं क्या, फिर मैंने कहा नहीं ऐसा कुछ नहीं हैं. अजय  को पता हैं फिर मुझे क्या प्रॉब्लम होंगा.

इतना कह के मैं जैसे ही बिस्तर में बैठा रिंकी मेरे पास आई और मेरी दाढ़ी में हाथ फेरने लगी. उसकी साँसों की खुसबू मेरी नाक में आने लगी. रिंकी मुझे अपने करीब लेने की कोशिश कर रही थी. उसे पता नहीं था की मैं चोद चोद के 5 पैदा कर चूका था और मुझे अब यह सब नाटक की जरुरत नहीं होती हैं चुदाई के लिए. मैंने सीधे ही उसे कहा,
रिंकी चलो जल्दी कपडे उतार दो. अजय  और सीमा बहार वेट कर रहे होंगे. यह सुहागरात तो हैं नहीं की पूरी रात हम साथ में रहेंगे.

रिंकी हंस पड़ी और वो फट से खड़ी हुई. उसने उठ के अपना फ्रोक और इजार खिंच डाला. उसने पेंटी नहीं पहनी थी ऊपर सिर्फ एक सस्ती सी ब्रा थी. साली की बुर मुझे तो देखने में ही कसावदार लग रही थी. मैंने भी बनियान खिंचा और लुंगी को ऊपर से निकाल डाली. मेरी साली मेरी चड्डी में छिपे मेरे लंड को देख रही थी. मैंने उसे लंड दिखाने के लिए चड्डी खोल दी और मेरा 9 इंच का लंड देख के रिंकी की आँखों में चमक सी आ गई.
लो इसे चुसोथोडा और अपनी बुर मेरे सामने रख दो.

रिंकी मेरी टांगो के पास उलटी हुई और उसके चुतड मेरे सामने थे. मैंने उसकी गांड खोली और साली की बुर मेरे सामने थे. शायद उसने आज ही झांटे भी निकाली थी. मैंने ऊँगली पर थूंक लगाया और ऊँगली को साली की बुर में डाल दी. रिंकी के मुहं से हलकी सिसकी निकली और उसने मेरा लंड अपने मुहं में डाल दिया. वो लंड चूसती गई और मैंने ऊँगली से चोद चोद के उसकी बुर को गिला कर दिया. फिर मैंने धीरे से दूसरी ऊँगली भी साली की बुर में डाल दी. रिंकी अब आह आह कर रही थी. मैं दोनों ऊँगली को अंदर बहार करने लगा था. उसे बड़ा मजा आया. अब वो लंड को अपने मुहं में पूरा घुसाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. उसे पता नहीं था की अंदर पूरा गया तो पीछे भेजे के साथ बहार आएगा.

रिंकी की बुर को मैंने अब छोड़ा और उसके मुहं में झटके मारे. वो भी अब काफी गरम हो चुकी थी. मैंने उसके मुहं से अपना लंड निकाला और उसे खड़ा किया.
चलो उलटी लेट जाओ और अपनी गांड को ऊपर कर लो.
गांड क्यूँ?
रिंकी को लगा की शायद मैं उसकी गांड मारूंगा….!
मैं बोला, अरे पीछे से डालने से बुर के अंदर तह तक बच्चे के कीटाणु जाते हैं.
गांड उठा के चोद दिया

रिंकी हंस पड़ी और उसने उल्टा होके अपनी गांड उठा दी. मैं पीछे खड़ा हुआ और साली की बुर को मैं खोल बैठा. मेरा लंड काफी टाईट था अभी. मैने लंड को साली की बुर के छेद पर रखा और धीरे से उसे अंदर डाल दिया. रिंकी रो पड़ी,
अरे बाप रे मर गई, क्या हैं ये लंड हैं या नाग, पूरा अंदर तक घुस गया हैं ये तो, अम्मी रे बाप रे बहुत दर्द हो रहा हैं.
मैंने उसके बाल पकडे और कहा, तेरी बहन को कभी इतना दर्द नहीं हुआ और तू पहले ही झटके में मर गई. बच्चे इतनी आसानी से पैदा नहीं होते हैं. कुछ पाने के लिए कुछ लेना पड़ता हैं.

रिंकी मेरी बात समझ गई और वो चुप हो गई. मैं अब अपना लौड़ा साली की बुर में रगड़ने लगा. मेरा लंड अनिसा की बुर में मस्त अंदर बहार होने लगा. दो मिनिट के अंदर उसे भी बड़ा मजा आने लगा. वो भी अपनी गांड को उठा उठा के मुझे चोदने लगी. मैंने उसके बाल खींचे रखे जैसे मैं किसी घोड़ी की चुदाई कर रहा हूँ. वो अपने कूल्हों को मेरी जांघ पर मारने लगी और चत चत की आवाजें आने लगी.

मैं भी अब बड़ा मजा लेने लगा था. पत्नी  की तुलना में साली की बुर बड़ी टाईट थी और मेरा लंड पूरा अंदर घुस भी रहा था. साली की बुर से झाग निकल आया था जो मेरे लंड के ऊपर लगा हुआ था. रिंकी की साँसे उखड़ने लगी थी और वो पसीने से तरबतर हो चुकी थी. मेरे माथे से भी पसीना बहने लगा था.

अब मैंने अपने लंड को साली की बुर में और भी जोर जोर से मारना चालू किया. रिंकी आह आह ओह ओह जीजा जी और जोर से आह आह करने लगी. मैंने उसके बाल छोड़े और उसकी गांड के दोनों कुल्हें खोले और उसे अंदर तक लंड देने लगा. रिंकी की बस हो गई थी. तभी मेरा लंड मचल उठा और उसके अंदर झटका लगा. लौड़े के मुहं से मलाई निकल के साली की बुर में भरने लगी. मैने उसकी गांड को जोर से दोनों तरफ से दबाया ताकि वीर्य अंदर ही भरा रहे. पूरी मलाई अंदर निकाल के मैंने लंड धीरे से बहार निकाला. रिंकी को मैंने पांच मिनिट तकिये पर ही लेटे रहने को कहा.

मैंने लुंगी से लंड को पौंछा और बनियान और लुंगी पहन ली. रिंकी आह आह के हलके आवाज से कुछ देर लेटी रही. पांच मिनिट बाद उसने खड़े होके अपने कपडे पहन लिये. मुझे बिना कुछ कहे वो कमरे से बहार चली गई. दूसरी मिनिट अजय  आया और बोला चलो हम जा रहे हैं.
मैं बिस्तर पर लेटा और सीमा अंदर आई. वो मेरे साथ लेटी और बोली की अजय  भाई और रिंकी ने शुक्रिया कहा हैं. साली की बुर लेने के 10 दिन बाद ही मुझे सीमा ने बताया की मुबारक हो, रिंकी माँ बनने वाली हैं……!











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