Wednesday, November 18, 2015

FUN-MAZA-MASTI मेरी कुवारी चूत में डाल दो प्लीजज्ज्ज्जज

FUN-MAZA-MASTI

मेरी कुवारी चूत में डाल दो प्लीजज्ज्ज्जज


दोस्तों मैं अभी कुवारी हूँ......
मेरी उम्र 19 साल है ....
आज  मैं आपको जो कहानी बताने जा रहा हूँ वो मेरी बहन “पिंकी” और मेरे पड़ोस के लड़के “अमर” की सेक्स की कहानी हैं जो की मेरी बहन ने मुझे  बतलाई थी.
ये घटना आज से करीब 5 साल पहले की हैं जब मेरी बहन की उमर 14 साल की थी उस समय उसे सेक्स के  बारे मे कुछ मालूम नही था.
हमारे पड़ोस में रहने वाली फॅमिली में  एक लड़का था उस की उमर उस समय करीब 19 साल की थी उस का नाम अमर था.
 वह काफ़ी गोरे रंग का था उस का लंड भी करीब 7 इंच का था. पिंकी भी 14 साल की उमर में जवानी की दहलीज़ पर कदम रख चुकी थी. उसके बूब्स थोड़े बड़े करीब नींबू के आकर के हो गये थे और उस की चूत पर भी हल्के हल्के बाल आ चुके थे.
अमर की पर्सनॅलिटी मैं थोड़ी फीमेल वाली थी वह अपने घर मैं औरतो वाले काम जैसे खाना पकना बर्तन साफ़ करना इत्यादि किया करता था. किंतु उसे मुठ मारने की भी लत थी.
वह दिन में 1 या 2 बार मुठ ज़रूर मार लेता था.
हम दोपहर में  घर पर अकेले रहा करते थे. इस लिए पिंकी  या तो सो ज़ाया करती थी या फिर अमर  के साथ लड़कियो वाले  खेल जैसे खिलोनो के साथ खाना पकाना खेला करती थी.
उस समय गर्मियो का मौसम था और हम सभी फॅमिली मेंबर छत पर ही सोया करते थे और हमारे बिस्तर भी छत पर ही बिछे रहते थे.
एक दिन दोपहर के वक़्त अमर ने पिंकी  से कहा की चलो हम छुपा छुपी खेलते हैं.
आज अमर  को सेक्स का भूत चढा  हुआ था छुपा छुपी  का खेल तो सिर्फ़ बहाना था. वह पिंकी के साथ सेक्स का खेल खेलना चाहता था.
इस लिए उसने पिंकी से कहा की वह जा कर छिप जाए. वह दूर जा कर 10 गिनती गिनने लगा और पिंकी छत पर जा कर छुप गई.
उसने सोचा की अमर उसे नही देख पाएगा लेकिन उसे क्या मालूम था की अमर ने पिंकी को छत पर जाते हुए देख लिया था.
पिंकी छत पर जा कर बिस्तर पे रज़ाई उपर डाल कर छुप गई. थोड़ी देर के बाद अमर  पिंकी  को ढूढ़ते  हुए  आया और रज़ाई मे पिंकी  को छुपा देख कर वह भी  रज़ाई मे घुस गया.
जैसा की आप को मालूम हैं की पिंकी की उमर उस समय केवल 14 साल की थी और उसे सेक्स के बारे मैं कुछ मालूम भी नही था.
इस लिए वा अमर के इरादे को समझ नही पाई. अमर ने  उसे अपनी बाँहों में  जकड़ लिया. और उस के गालो पर किस करने लगा.
पिंकी  ने थोड़ा विरोध किया तो अमर ने पिंकी को समझाया की ये एक नया खेल हैं. इस खेल का नाम पापा मम्मी हैं और ये खेल बड़े लोग खेलते हैं जैसे तुम्हारे पापा मम्मी भी रोज़ रात को ये खेल खेलते हैं और मेरे पापा मम्मी भी.
पिंकी ने कहा की मैने तो कभी भी पापा मम्मी को खेल खेलते हुए देखा ही नही तो अमर ने कहा की जब तुम सभी भाई बहन सो जाते हो उसके बाद तुम्हारे मम्मी पापा ये खेल खेला करते हैं.
अगर तुम्हे यकीन ना हो तो तुम आज रात को सोना मत केवल सोने का नाटक करना और देखना की तुम्हारे मम्मी पापा रात मैं क्या करते हैं.

अमर ने पिंकी से कहा की अगर तुम ये खेल सीखना चाहती हो तो मैं तुम्हे ये खेल सिखा सकता हूँ. तो पिंकी राज़ी हो गयी.
अमर बोला पिंकी मैं तुम्हे जैसा जैसा कहू  तुम वैसा वैसा करना और अगर तुम्हे कोई परेशानी हो तो मुझे बतला देना.
अमर ने पिंकी  से कहा की तुम मुझे चूमो और मैं तुम्हे चूमता हूँ.
फिर दोनो एक दुसरे को चूमने लगे. अमर और पिंकी एक दूसरे से लिपटे हुए थे और एक दूसरे को चूम रहे थे.
काफ़ी देर तक एक दूसरे को चूमने के बाद अमर ने पिंकी की कमीज़ ऊपर कर दी|
अब पिंकी के नींबू जैसे बूब्स सॉफ दिखाई देने लगे. पुनीत ने अपने हाथ से उन्हे सहलाने लगा और अपनी उंगली और अंगूठे से निपल को दबाता जा रहा था.
इस घटना से पिंकी गरम होने लगी फिर अमर ने पिंकी  के होंटो पर अपने होठ रख कर किस करना शुरू कर दिया फिर अमर ने किस करना बंद कर के अपने होठ पिंकी के बूब्स पर रख दिए और उन्हे चूसने लगा.
पिंकी के बूब्स इतने छोटे थे की एक पूरा बूब्स उसके मुह मे आ सकता था अमर अपने मुह  से पिंकी के बूब्स को दबाने लगा और अपने होंठो से उसके निपल को चूसने लगा.
इस के बाद उसने पिंकी के पेट को चाटना सुरू किया उसने पिंकी के पूरे बदन को थूक से गीला कर दिया.
अब पिंकी पूरे जोश मे थी. अमर का लंड भी पूरी तरह तन कर 8 इंच का हो गया था और पूरे जोश के साथ पैंट से बाहर आने के लिए बेताब था.
अमर पिंकी को चाटते चूमते हुए नीचे की ओर बढ़ने लगा और उसने अपने दांतों से पिंकी  की सलवार का  नाडा खोल दिया और सलवार नीचे कर दी
उस समय पिंकी ने सलवार के अंदर कुछ नही पहना था. पिंकी की गुलाबी चूत साफ नज़र आ रही थी
 उस समय पिंकी की चूत पर हल्के हल्के बाल थे. अमर पिंकी की चूत  को भूखी नज़रो से देखने लगा. फिर अमर ने पिंकी के सारे कपड़े उतार दिए और फिर उसने अपने भी सारे कपड़े उतार कर 69 की पोज़िशन मे लेट गया और पिंकी से कहा की वो उसका लंड चूसे
पिंकी ने मना किया तो उसने कहा की वह केवल अपना थूक लंड पर लगा कर उसकी मालिश करे पिंकी ने अपने हाथ मे थूक ले कर लंड पर लगाया और अमर के लंड की मालिश करने लगी.
अमर ने अपना मुह पिंकी  की चूत पर लगा कर उसे चाटने लगा.
पहली बार सेक्स करने के कारण पिंकी गरम हो चुकी थी और चूत को चाटने से पिंकी झड़ गयी
अमर पिंकी का सारा कम पी गया. अब अमर ने कहा की पिंकी मैं ने तुम्हारी छूट को चाटा अब तुम मेरे लंड को भी अपने मुह मे लेकर चूसो
पिंकी के मना करने पर पुनीत ने समझाया की एसा करने पर बहुत मज़ा आता हैं
पिंकी ने डरते हुए अपने होठ अमर के लंड पर लगाया और उसे चूमने लगी . अमर का लंड फुल फोर्स मे था जिसके कारण उसके लंड से थोडा-थोडा पानी निकल रहा था
पिंकी ने अपनी जुबान से उसके पानी को चाटा तो उसे उसका स्वाद काफ़ी अच्छा लगा.
अब पिंकी पूरी मस्ती में  आ चुकी थी और अमर के लंड को अच्छी तरह थूक लगा कर चूस और चाट रही थी.
अमर को भी काफ़ी मज़ा आ रहा था. वह भी पिंकी के सर को अपने हाथों से पकड़ उसके मुह को चोद रहा था |
इसके बाद अमर ने अपनी पैंट की  जेब से एक बोतल निकाली.
पिंकी ने कहा की इस बोतल मे क्या हैं तो अमर ने कहा की इसमें एक खास प्रकार का क्रीम हैं जो की मैने खुद बनाया हैं
 तो पिंकी ने कहा की आपने इस क्रीम को किस प्रकार से बनाया हैं. तो अमर ने बतलाया की वो जब भी मूठ मारता हैं तो अपने वीर्य को एक बोतल में एकत्रित कर के रख लेता हूँ
फिर उस वीर्य में बोरोप्लस की क्रीम लिपस्टिक और पाउडर डाल कर अच्छी तरह से मिलता हूँ  इस क्रीम मे मैं परफ्यूम भी मिलाता हूँ जिसेसे क्रीम खुसबुदार हो जाती हैं.
इस के बाद अमर ने पिंकी के हाथ मे खूब सारा क्रीम देकर कहा की वो उस क्रीम को लंड पर लगाये  और अच्छी तरह से मालिश करे. और अमर ने भी पिंकी की चूत पर क्रीम लगाया.
क्रीम मे लाल रंग की लिपस्टिक डाली हुई थी जिसके कारण अमर का लंड पूरी तरह से लाल हो चुका था और पिंकी की चूत भी लाल रंग से नहा चुकी थी.
अमर का लंड फुल तना हुआ था इसके बाद अमर ने पिंकी को लिटा कर उसकी टाँगे फैला दी और उस की टागो के बीच मे आ कर बैठ गया.
अमर ने पिंकी से कहा की वो अपने लंड को उसकी चूत मे डॉल रहा हैं उसे थोड़ा दर्द होगा किंतु उसके बाद उसे भी काफी मजा आएगा.
पिंकी ने कहा “ठीक हैं अमर आज आप मुझे चोदो और मेरी प्यास बुझा दो.”
अमर ने फिर से क्रीम की बोतल उठाई और  अपने लॅंड पर अच्छी तरह से क्रीम लगाई फिर पिंकी  की चूत  पर भी खूब सारी क्रीम डाली.
फिर अपना लॅंड पिंकी की चूत के मुह पर लगा कर हल्का सा धक्का लगाया तो लंड का सिरा (टोपी) चूत  में चला गया
दर्द के मारे पिंकी के मुह से चीख निकल गई तभी अमर ने अपने होठ पिंकी के होठ पर रख कर किस करने लगा.
जिससे उसकी आवाज़ उसके मुह मे ही दब कर रह गई. अब अमर लंड को बहार निकालकर उसकी टोपी  को पिंकी की चूत पर घिसने लगा.
लंड के घर्सन से चूत गीली हो चुकी थी. पिंकी मज़े मैं पागल हो रही थी उसने अमर को अपनी बाँहों में  जकड़ लिया और उसके होंटो को चूसने लगी
अमर ने फिर लंड को चूत पर लगाकर  जोर  का झटका मारा तो आधा लंड अंदर चला गया प्रमिला को दर्द तो हुआ लेकिन अमर के होंठो से दबे होने के कारन चीख नहीं पाई .
फिर थोड़ी देर बाद पिंकी बोली अमर अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दो ...
ये बात सुन कर अमर ने फिर से ज़ोर का झटका मारा और पूरा लंड पिंकी की चूत  घुसा दिया. दर्द के मारे पिंकी की आखो से आसू निकल पड़े.
अमर ने पूरा लंड अंदर डालने के बाद लंड को हिलाना बंद कर दिया और प्रमिला के बूब्स को दबाने और किस करने लगा
पिंकी की चूत से खून निकलने लगा लेकिन क्रीम के वजह से दिखाई नही दिया
पिंकी की चूत फट चुकी थी. अब अमर धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा. तो पिंकी  बोली अमर  मुझे अभी भी दर्द हो रहा हैं. तो अमर बोला की अभी तोड़ा दर्द होगा फिर तुम्हे काफ़ी मज़ा आएगा . पहली बार सेक्स करने से ऐसा ही दर्द होता हैं लेकिन बाद मे बहुत मज़ा आता हैं.
पिंकी का दर्द कम हुआ तो उसने अमर से कहा की वो अपनी स्पीड बढ़ा दे उसे मज़ा आने लगा हैं. अमर  ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा.
पिंकी भी अब  उचक उचक कर चुदवाने लगी.....
 पिंकी के मुह से ऊऊऊऊऊहह... अह्ह्ह्ह...  ईईईईईईईईईईई.... की आवाज़ आने लगी.
अमर की स्पीड के साथ ही पिंकी के मुह से आवाज़ आ रही थी  चोदोऊऊऊऊऊ चोदोऊऊ फाड डालोऊऊऊऊ आआहह ऊऊऊऊऊऊऊऊ आआआआ म्म्म्म मम आह...
अमर का लॅंड तेजी से पिंकी की चूत में अंदर बाहर हो रहा था.
अमर ने कहा की पिंकी मैं झड़ने वाला हूँ तुम मेरा कम कहा लेना पसंद करोगी. तो पिंकी ने कहा की मेरी चूत अभी तक कुवारी थी तुम ने आज इस का उद्घाटन किया हैं तो आज तुम अपना कॅम मेरी चूत में  ही गिरा दो.
अपना सारा माल मेरी कुवारी चूत में डाल दो प्लीजज्ज्ज्जज .....
कुछ ही सेकेंड मे अमर ने अपना सारा माल पिंकी की चूत छोड़ दिया और पिंकी भी साथ साथ झड़ गई.
अमर झड़ने के बाद काफ़ी देर  तक पिंकी के उपर ही लेटा रहा. यहा तक की अमर का लंड भी पिंकी  की चूत में  सुस्त हो गया...
इसके बाद अमर ने पिंकी की चूत से अपना लंड बाहर निकाला. और अपने बदन को साफ कर कपड़े पहन लिए
इसके बाद दोनो अपने घर चले गये. ....
अमर और पिंकी के सेक्स का खेल करीब दो साल तक चलता रहा.....

तो दोस्तों कैसी लगी आप लोगों को मेरी कहानी मुझे कमेंट करके जरुर बताये......














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