Wednesday, November 18, 2015

FUN-MAZA-MASTI पत्नी की कुँवारी दोस्त--2

 FUN-MAZA-MASTI
पत्नी की कुँवारी दोस्त--2



वो भी उठ गयी और मेरा लंड पकड़ कर बोली, “अब मैं और नही रुक सकती. जल्दी से अपना लंड मेरी चूत मे डाल दो और मेरी चूत को अपने लंड के धक्को से फाड़ दो.”
मैं उसकी टाँगों को उठा कर अपने कंधों पर रख लिया और उसकी चूत के दरवाजे पर पाना लंड टीका दिया. उसकी चूत इस वक़्त बहुत ही गीली और गरम थी.
उसकी चूत के दरवाजे पर लंड रख कर मैं उसके उपर लेट गया और उसकी चूंची को पकड़ कर उसके मुँह मे अपनी जीभ डाल दी.
 पारूल ने मुझको अपने हाथ और पैर से कस कर पकड़ कर अपने चूतरो को  उठाने लगी |
उसकी चूत मे अपना लंड एक ही झटके से डाल दिया. उसने मेरे गले को काट लिया और चिल्ला कर बोली, “ओईईए हाईईईई तुम ने मेरी चूत फाड़ दी हे,”
उसकी चूत बिल्कुल टाइट थी. उसने अपनी टाँग मेरे कमर पर रख दी. मैं उसकी चूंची को सहलाने लगा और कभी कभी उसकी निपल अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा.
पारूल चुप चाप पड़ी रही और थोड़ी देर के बाद अपने सेक्शी आवाज़ मे बोली, “ऊओई , उफ्फ कितना मॉटा लंड है, ऐसे लगता है के गधे का लंड हो.”
 मैं बोला, “गधे का लंड इतना छोटा नहीं होता, तुम्हारी चूत ज़्यादा टाइट है इस लिए तुम्हे मेरा लंड मोटा लग रहा है” और मैं अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करने लगा.
पारूल मेरी चुदाई शुरू करते ही बोली, “ओह जानू अभी नहीं हिलो मुझे दर्द हो रहा है, पहले मेरी चूत को आपके लंड से दोस्ती कर लेने दो, ज़रा दर्द थोर्रा हो तो फिर इस को चोदना”.


 “ मैने पारूल की बात सुनते हुए उसकी चूत मे अपना लंड दना दन पेलता रहा और अपने दोनो हाथों से उसकी चूंची मसलता रहा.
 मैं इस समय पारूल की चूत एक पागल कुत्ते की तरह चोद रहा था.
शुरू के दस मिनट तक सोनिया ने मुझे चोद्ने मे साथ दिया और बाद मे मेरे कंधों पर पैर रख कर आँख बंद करके चुप चाप पड़ी रही.
 थोरी देर के बाद मैं जब झड़ने को हुआ तो मैने अपनी कमर चलाना बंद करके उसको कहा की मैं अब अपना लंड निकल कर तुम्हारे पेट के उपर झड़ने वाला हूँ.
पारूल मेरी बात सुनते ही मुझको और ज़ोर से अपने हाथों से बाँध लिया और बोली, “खबरदार, अपना लंड मत निकलना. तुम मेरे चूत के अंदर ही अपना पानी छोड़ो. मई टॅबलेट ले लूँगी .
तुम अपने पानी से मेरी चूत को भर दो.
मैने उसकी इन बातों को सुन कर अपने चोद्ने की स्पीड फिर से तेज कर दी और उसकी चूत मे अपना लंड जल्दी जल्दी से अंदर बाहर करने लगा.
थोरी देर के बाद मेरा लंड ने पारूल  की चूत के अंदर पिचकारी छोड दी और उसकी चूत मेरे पानी से भरने लगी.
पारूल भी मेरे झड़ने के साथ साथ झड़ गयी.

वो अपनी चूत से मेरा लंड दबा दबा कर कर उसका पानी निकालने लगी. थोड़ी देर के बाद  अपना लंड उसकी की चूत से बिना निकले उसके उपर लेटा रहा और पारूल को फिर से चूमने लगा और हाथों से उसकी चूंची को दबाने लगा. मैं कुछ देर के बाद उसकी की एक चूंची अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा.

करीब दस मिनट  के बाद सोनिया फिर से मुझको अपने हाथों से बाँध कर मुझको चूमने लगी और थोड़ी थोड़ी देर के बाद मेरे कान पर अपने दाँत से हल्के हल्के से काटने लगी.

मुझे तुम्हारा चुदाई का औजार और तुम्हारा चुदाई का तरीका बहुत पसंद आया . इसके साथ मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा और वो सोनिया की चूत के लिए उछलने लगा. तब सोनिया मेरे सीने मे अपना मुँह छुपाते हुए बोली, “आज तुम मेरी गाड़  मारो. मैं तुम्हारा लंबा और मोटा लंड अपनी गाड़ को खिलाना चाहती हूँ.

मुझे तुम्हारा लोड्‍ा अपनी कुँवारी गाड़ के अंदर लेना है.” मैं उसकी बात सुन कर बहुत उत्तेजित हो गया . मैं उसके होठों को चूमते हुए उससे बोला, “हाँ, मुझे भी औरतों के गाड़ मे लंड पेलने मे मज़ा आता है.

मुझे तुम्हारी मोटी मोटी गाड़ के अंदर लंड डाल कर चोद्ने मे बहुत मज़ा आएगा.

वो बोली, “मेरी बहुत से सहेलियो को भी गाड़ मरवाने का शौक है लेकिन उनके पति भी उनकी गाड़ नही मारते.”

सोनिया ने मेरे लंड को देखते ही उसको अपने मुँह मे भर लिया और उसको चूसने लगी. जब तक सोनिया मेरा लंड चूस रही थी मैं अपनी एक उंगली से सोनिया की गाड़ खोद रहा था.

थोड़ी देर लंड चूसने के बाद पारूल डॉगी स्टाइल मे पलंग पर उल्टी लेट गयी और अपने हाथों से अपने चूतर के फांके को खींच कर अपनी गाड़ मेरे सामने खोल दी.

फिर वो मुझे अपने लंड को उसके मुँह के सामने लाने के लिए बोली. मैने जैसे ही अपना लंड पारूल के मुँह के सामने किया तो पारूल ने उस पर अपने मुँह से ढेर सारा थूक निकल मेरे लोड्‍े पर अच्छी तरह से थूक लगाया.
तब पारूल मुझसे बोली, “आओ मेरे चूत के राजा, अब तक तुमने हमारी चूत का आनंद लिया अब तुम मेरी गाड़ मार कर मुझे गाड़ से लंड खाने का मज़ा दो..
अगर तुमने मेरी गाड़ चोद कर मुझे खुश कर दिया तो मैं अपनी और सहेलियो की चूत और गाड़ तुमको दिलवा दूँगी.
 पारूल की इन सब बातों से मई बहुत उत्तेजित हो गया और उसके पीछे अपना खड़ा लंड ले कर बैठ गया.
 पारूल ने अपना चहेरा छुपा लिया और अपने हाथों से अपने चूतर खोल कर मेरे सामने अपने गाड़ की छेड़ पूरे तरह से खोल दिया.
मैं उसकी गाड़ के छेद पर अपने मुँह से थोडा थूक लगाया और अपने लंड को उसकी गाड़ के छेद पर रख कर रगड़ने लगा. पारूल मेरी तरफ अपना चेहरा घूमकर बोली, “देखो, आज मैं पहली बार अपनी गाड़ को लंड खिला रही हूँ.
मेरी गाड़ अभी तक बहुत टाइट है, इसलिए पहले बहुत धीरे धीरे मेरी गाड़ मारना. नही तो मेरी गाड़ फॅट जाएगी और मुझको बहुत दर्द होगा.”
करीब पाँच मिनट तक रगड़ने के बाद मैने अपना लंड पारूल की गाड़ के छेड़ मे घुसेड़ना चाहा, लेकिन उसकी अभी तक कुँवारी होने की वजह से काफ़ी टाइट थी और उसमे मुझको अपना लंड घुसेड़ने मे काफ़ी तकलीफ़ महसूस होने लगी.

फिर मैने अपने दाहिने हाथ से अपना लंड सोनिया की गाड़ के छेद पर लगा कर अपने बाएँ हाथ से उसकी एक निपल को ज़ोर से मसल दिया.
मेरे निपल मसलने से सोनिया ज़ोर से चीखी “ऊई” और इस समय उसने अपने गाड़ को ढीला छोड़ दिया और मैने अपना लंड का सुपरा एक ज़ोर के धक्के से उसकी गाड़ की छेद के अंदर घुसेड दिया.
पारूल बोली, “नो न्न्न्न्न प्लीज़” सोनिया की गाड़ और मेरा लंड थूक से बहुत चिकना हो गया था.
मेरा सुपरा उसकी गाड़ मे धँस चुका था और मैं उसकी दोनो चूंची कस कर पकड़ कर एक धक्के के साथ अपना पूरा लंड उस की कसी हुई गाड़ के अंदर उतार दिया.
मेरा पूरा का पूरा लंड पारूल की गाड़ मे एक झटके के साथ घुस गया. सोनिया ज़ोर से चीखी, “ऊऊईईईई ऊओीईई ओह ओह ओई मा मैं मर गयी. ऊईई मेरी गाड़ फॅट गयी ऊ ऊ ही मा ओई मेरी गाड़ फॅट गयी. प्लीज़ बाहर निकाल लो.”

पारूल इतना ज़ोर से चीखी थी की मुझको डर लगने लगा की कोई सुन ना ले. मैने उसके मुँह पर हाथ रखना चाहा, लेकिन पारूल ने अपना मुँह तकिये मे घुसा दिया. वो अब भी मारे दर्द से सूबक रही थी और बोल रही थी, “मेरी गाड़ फाड़ डी, ऊईई मेरी गाड़ फॅट गयी, बाहर निकालो नहीं तो मैं मॅर जाऊंगी.”

मैने उसकी चुचियों को फिर से अपने दोनो हाथों से पकड़ कर मसलने लगा.
पारूल फिर से मुझसे बोली, “प्लीज़ बाहर निकालो वरना मैं मर जाऊंगी.”

मैने उसकी चुचियों को थोड़ा ज़ोर दे कर दबाया और उससे बोला, ”मैं तुम्हे मरने नहीं दूँगा, बस थोड़ी देर मे ठीक हो जाएगा”. और अपना लंड और अंदर तक उसकी गाड़ मे डाल दिया|

 “ओह नहीं बिल्कुल मत हिलो, मुझे दर्द हो रहा हे, बस आराम से अंडर दल कर पड़े रहो." पारूल बोली|
अब मैं उसकी गाड़ मे अपना लंड धीरे धीरे अंदर-बाहर करने लगा. पारूल की गाड़ इतनी टाइट थी की मुझे लंड को अंदर-बाहर करने मे काफ़ी ताक़त का इस्तमाल करना पड़ रहा था. मैने अपना हाथ उसके पेट के नीचे ले जाकर उसकी चूत मे अपने उंगली डाल दी.

पारूल बिस्तर पर निढाल पड़ी रही और मुझको गाली देने लगी, “भोसड़ी के, बहन चोद, पराई गाड़ मुफ़्त मी चोद्ने को मिल गई है इसलिए  मेरी गाड़ फाड़ रहे हो” मैं उसकी बातों का ध्यान ना देते हुए उसकी गाड़ मे अपना लंड पेल पेल कर चोद्ता रहा.

थोरी देर के बाद पारूल को भी मज़ा आने लगा और अपनी गाड़ मेरे लंड के धक्को के साथ आगे पीछे करने लगी.

थोरी देर उसकी गाड़ चोदने के बाद मुझे लगा की मेरा पानी छूटने वाला है. मैं उसकी चूतर पकड कर मेरे और पास खींच कर बोला, “ओह जानू, मैं अब छूटने वाला हूँ.”
पारूल ने तब अपने कमर को मेरे और पास ला कर मेरे लंड को अपनी गाड़ के और अंदर लेती हुई बोली, “अब मज़ा आ रहा है,
अपने  लंड को मेरी गाड़ के अंदर छूटने दो और मेरी गाड़ को अपने लंड के जूस से भर दो,” और इसके के साथ ही मैं दो चार और तेज़ तेज़ धक्के मार कर पारूल की गाड़ के अंदर अपने लंड का पिचकारी छोड़ दिया.

पारूल भी मेरे झड़ने के साथ ही अपनी चूत का पानी छोड दिया.

मैं थोरी देर तक उसकी पीठ के उपर पड़ा रहा और फिर उसकी गाड़ मे से अपना लंड निकाला.

मेरा लंड उसकी गाड़ मे से “फक्क” की आवाज़ से बाहर निकल आया. पारूल जल्दी से उठ कर बाथरूम की तरफ भागी और थोरी देर के बाद मैं भी बाथरूम मे चला गया.

 पारूल बोली "मेरी चूत को तुम्हारा लंड बहुत पसंद आया.”
 लंबी चुदाई से हम दोनो अबतक बहुत थक चुके थे और इसलिए हम दोनो एक दूसरे को अपने बाहों से बाँध कर सो गये. करीब 12 बजे हम लोगों की आँख खुली.
हम दोनो नंगे ही सो रहे थे और आँख खुलते ही मेरा लंड फिर से पारूल की चूत मे घुसने के लिया खड़ा होने लगा.

हम लोगों ने एक बार फिर से जम कर चुदाई की, और फिर पारूल ने नंगी ही उठ कर हमारे किचन मे जाकर हम लोगो के लिए लंच तय्यार किया.
लंच तय्यार होने के बाद हम लोगों ने नंगे होकर ही डाइनिंग टेबल पर बैठ कर लंच लिया. अब तक करीब 3.30 बज रहे थे. पारूल बोली, “मेरी जान, जाने का तो मन नही है, लेकिन क्या करूँ जाना पड़ेगा. ”
मैं बोला, “ठीक है, अभी अपने घर जाओ, लेकिन कल मेरे घर अपनी चूत और गाड़ ले आना. मैं फिर तुम्हारी चूत और गाड़ को मेरा लंड ख़िलाउँगा. आओगी ना लंड खाने?”
 पारूल बोली, “ज़रूर मेरे चोदु राजा, कल मैं फिर से तुम्हारा प्यारा लंड अपने चूत और गाड़ को खिलाउंगी,” और इतना कह कर पारूल अपने घर अपनी चुदी चूत और फटी गाड़ लेकर चली गयी|


इस प्रकार ये कहानी समाप्त हुई तो दोस्तो कैसी लगी आपको ये कहानी कृपया अपने कॉमेंट से ज़रूर बताए.









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