Sunday, November 29, 2015

FUN-MAZA-MASTI बहकती बहू--28

FUN-MAZA-MASTI


बहकती बहू--28


कामया - - - अच्छा बड़ा आया मेरी फिकर करने वाला !! ये बोलना अपना राष्ता क्लियर कर रहा है ?
सन्नी - - - जो भी समझो लेकिन तुम्हे उनके उठाने की चिंता तो नही रहेगी !
कामया - - - उसके लिए मेरे पास दूसरा रास्ता भी है !
सन्नी - - - दूसरा रास्ता कौन सा ?
कामया - - - बाबूजी रात को दूध पीते हैं उसमे नींद की गोली डाल दूँगी ! अब तो खुश ना !
अब आगे --------

रात को डिनर के बाद शांति और सन्नी अपने अपने रूम मे चले गये तब कामया ने मदनलाल को दूध दे दिया उसने एक की बजाय दो गोली डाल दी ! फिर किचन का काम करके उसके पास हाल मे बैठ गई ! मदनलाल उसे चिपका कर उसका दूध दबाने लगा तब तक दवाई भी असर करने लगी और उसकी पलकें बंद होने लगी !
मदनलाल - - - बहू मैं सोने जा रहा हूँ आज ज़रा नींद आ रही है !
कामया - - - ठीक है बाबूजी लगता हैं कल की थकावट अभी भी है ! कामया ने मुश्कराते हुए कहा ! वो उसके साथ बिस्तर तक गई और उन्हे लिटा कर आ गई ! शांति पहले ही खर्राटे भर रही थी ! मदनलाल के जाने के बाद कामया लगभग आधे घंटे तक अपने कमरे मे ही रही वो अच्छी तरह आश्वस्त हो जाना चाहती थी लेकिन सन्नी बेसबरा बना बार बार कॉल कर रहा था सो आख़िर उसे जाना ही पड़ा ! वो एक सेक्सी नाइटी पहन सन्नी के कमरे मे पहुँच गई !
सन्नी केवल एक शॉर्ट पहना कामया का इंतज़ार कर रहा था ! कामया के पहुँचते ही वो उस पर भूखे बंगाली की तरह टूट पड़ा ! वो उसके शरीर को चारों तरफ से नोचने लगा ! कामया भी उसकी हरकतों और पिछली रात की भक्कम चुदाई को याद कर गरमा गई और शॉर्ट के उपर से ही सन्नी के मूसल को मुठियाने लगी ! जब सन्नी ने उसकी नाइटी उतारी तो देखा की कामया तो अंदर कुछ नही पहनी थी !
सन्नी - - - क्या बात है दीदी बिल्कुल तैयार होकर आई हो ?
कामया - - - चुप कर ! मैं रोज ऐसे ही सोती हूँ !
सन्नी ने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी दोनो टांगे चौड़ी कर दी कामया ने शर्म के मारे आँखें बंद कर ली ! कामया की हसीन चूत अब उसकी नज़रों के सामने चमकने लगी थी ! आज की प्लॅनिंग वो पहले से ही कर चुका था ! आज उसे कामया का शहद पीना था ! वैसे सन्नी बहुत कम औरतों के वहाँ मुँह लगाता था ! बाज़ारू औरतों के साथ तो बिल्कुल नही सिर्फ़ एक दो सॉफ सुथरी भौजी टाइप की थी जिनको वो कभी कभार लिक करता था ! किंतु कामया जैसी तराशी हुई चूत वो भी अपने ही घर की हयजेनिक आइटम हो तो भला कैसे रुका जा सकता था ! पीना तो वो कल ही चाहता था पर मदनलाल का लंड वहाँ घुसता देख फिर उसका मन वहाँ मुँह मारने का नही हुआ ! आख़िर पूरा देश स्वच्छता अभियान से जुड़ा हुआ जो है ! आज कामया एकदम फ्रेश थी इसलिए सन्नी ने अपना मुँह कामया की चिकनी मांसल जांघों के बीच डाल दिया !

 
चूत मे सन्नी की जीभ लगते ही कामया सिसक पड़ी
कामया - - - भैया नहीं !! प्लीज़ वहाँ मत करो ! वो गंदी जगह है
सन्नी - - - जान गंदी नही मेरे लिए तो ये अमृत कुंड है ! और सन्नी ने पूरी चूत को अपनी खुरदूरी गरम जीभ से चाटने लगा ! कामया का बुरा हाल होने लगा क्योंकि सन्नी हर चीज़ मे बाबूजी से बहुत फास्ट था उसमे धीरज तो जैसे था ही नही ! अब कामया के अंदर भी उबाल आने लगा उसने सन्नी के शॉर्ट के अंदर हाथ डाल दिया और भैया का हथियार अपने हाथ मे संभाल लिया ! सन्नी बड़ी लगन से कामया की गुड़िया की सेवा कर रहा था ऐसी चूत उसे जिंदगी मे पहली बार चाटने मिली थी ! वो चूत के दोनो वर्टिकल लिप्स फैला कर गहराई तक अपनी जीभ पहुँचा रहा था जिससे कामया मदहोश होती जा रही थी !
सन्नी - - - रानी तुम भी चूसो ना
कामया - - - मैं कैसे करूँ तू जो कर रहा है !
सन्नी - - - तुम पलट कर मेरे उपर आ जाओ ! अब दोनो 69 पोज़िशन मे आ गये !

 
दोनो बेहद कामुक तरीके से एक दूसरो के कामांग को चूस रहे थे ! फिर सन्नी 69 पोसीसन मे ही खुद ऊपर आ गया और कामया को अपने नीचे कर दिया ऐसे मे वो ज़्यादा कंट्रोल कर पा रहा था ! सन्नी की नज़र अब सामने कामया की पड़ोसन पर ठहर गई . उसने अपना अंघूठा कामया के अंदर डाल कर लूब्रिकेट किया और उसकी पड़ोसन मे घुसेड दिया !
गाड़ मे अंगूठा घुसते ही कामया दर्द से भर गई !
कामया - - - भैया क्या कर रहे हो ? प्लीज़ वहाँ से हाथ हटाओ ! वहाँ मत डालो प्लीज़ !
अंगूठा पर पड़ोसन की टाइट ग्रिप से ही सन्नी समझ गया की पीछे का माल अभी कोरा है ! कुँवारी गांद की कल्पना से ही सन्नी का घोड़ा कामया के मुँह मे हिनहिनाने लगा !
सन्नी - - - कामया कुछ नही होगा ! क्यों चिंता कर रही हो ? उंगली ही तो डाली है कोई वो थोड़ी डाल दिया !
कामया - - - नहीं निकाल दो प्लीज़ तुम्हारा अंगूठा भी क्या उससे कोई कम है ! मुझे दर्द दे रहा है !
सन्नी - - - जान शुरू मे थोड़ा सा दर्द तो होगा ही बस फिर नही होता बाद मे ! फिर सन्नी ने अपना अंगूठा निकाल दिया और बुर मे डाल कर गीला करने लगा ! कामया फिर लंड चूसने मे मशगूल हो गई तो सन्नी ने फिर अंगूठा गांद मे डाल दिया ! अब अंघूठा कामया की गांद मे था और बीच की दो उंगली उसकी बुर मे थी ! ये दुहरा हमला कामया के लिए एक दम नया अनुभव था ! उसकी गांद भी अब अंघूठा की अभ्यस्त हो गई थी ! दोहरी मार ने उसके तनबदन मे आग लगा दी ,जब एक छेद ही इतना सुख देता था तो अब तो वो दोनो हाथों से सुख बटोर रही थी ! इस डबल मज़े का इनाम उसने सन्नी के लंड को दिया और वो उस पर घायल शेरनी की तरह टूट पड़ी ! सन्नी वासना के मारे कमर उठाने लगा ! उसकी इस दशा को देख कर कामया समझ गई की भैया अब ज़्यादा देर नही रुक पाएँगे
कामया - - - भैया मेरे उपर आ जाओ! मुझे पानी अंदर अपने अंदर चाहिए ! सन्नी को भी लग रहा था की अब पहली किश्त चुकाने का टाइम आ गया है इसलिए उसने कामया को नीचे किया और उसके उपर चढ़ बैठा ! सन्नी का लंड अंदर जाते ही कामया का मुँह खुला का खुला रह गया ! इतना बड़ा सहना भी सब के बस की बात नही थी !

 

एक बार फिर "" मदनलाल निकेतन "" अपनी सेक्सी बहू की सिसकारियों से गूंजने लगा !
कामया - - - आह आहह भैया धीरे करो ना ! ज़ोर से दरद देता है
सन्नी - - - रानी दर्द मे ही तो असली मज़ा है !! इस दरद के लिए तो लड़कियाँ तड़पति रहती हैं !!
फिर सन्नी ने कमरे मे भूकंप ला दिया !! भाई के हाथों बहन की चीख बता रही थी की ""देश मे असहिसनूता बढ़ रही है"" ! अगले तीन मिनिट तक वो कामया की"" बेरहम ""चुदाई करता रहा और अंत मे उसी के उपर पसर कर कामया की बुर का जलाभिषेक कर दिया !
दोनो एक दूसरे से चिपके सुस्ताते रहे ! सन्नी बीच बीच मे उसके सभी नाज़ुउक अंगो से खेल रहा था ! पंद्रह बीस मिनिट बाद जब सन्नी का खूँटा फिर तैयार हुआ तो उसने कामया को घोड़ी बनने को बोला
सन्नी - - - जान चल पीछे घूम ! पीछे से करूँगा
कामया - - - अरे यार सामने से ही कर लो ना
sunny - - - चल तू पलट तो ! चल घोड़ी बन जा ! और सन्नी ने बलपूर्वक उसे घुमा कर घोड़ी बना दिया ! सन्नी ने किसी जगह पड़ा था जो मर्द बेडरूम मे डॉमिनेंट नेचर के होते हैं और थोड़ा रफली हेंडल करते हैं उनसे से लड़कियाँ इंप्रेस होती हैं वही सन्नी कर रहा था !
सन्नी ने पीछे से कामया मे डाल दिया और शुरू हो गया ! रूम मे लोहे की चारपाई वैसे ही चूं चूं करती थी अब इस घुड़ दौड़ से तो वो ज़ोर ज़ोर से आवाज़ करने लगी ! उसकी आवाज़ सुनकर कामया डर गई वो आगे सरककर हट गई और बोली -
कामया - - - भैया ये खटिया अगर इतनी ही आवाज़ करती रही तो पूरा मुहल्ला घर के बाहर इक्खट्टा हो जाएगा !
सन्नी - - ठीक है चल नीच आ जा फ्लोर मे करते हैं !
कामया - - - नही फ्लोर मे तो मेरे घुटने ही छिल जाएँगे
सन्नी - - - अरे आ यार ! मुझे आज तुझे ऐसे ही चोदना है ! कामया सन्नी के मुख से ऐसे शब्द सुन अचरज मे आ गई फिर बोली
कामया - - - अगर ऐसे ही करना है तो मेरे रूम मे चलो वहाँ डबल बेड है !
सन्नी - - - क्या जीजाजी के रूम मे ???
कामया - - - तो क्या हुआ जब अपने जीजाजी की बीवी इस्तेमाल कर सकते हो तो उनका बेड इस्तेमाल नही कर सकते ?? ऐसा कहकर वो अपनी मेक्शी पहनने लगी तो सन्नी ने उसे रोक दिया ! उसने कामया की मेक्शी उसके हाथों मे पकड़ाई और उसे नंगी ही गोद मे ले कर चल दिया ! कामया ने भी उसके कंधों को थाम लिया ! उसे मधु की बात याद आने लगी जिसने बताया था की उसके ससुर उसे नंगी ही गोद मे उठाकर ले जाते हैं !
 
कामया का बेड डनलप का अच्छा गद्देदार था जिसे देखते ही सन्नी बोला
सन्नी - - - हाँ इसमे आएगा असली मज़ा
कामया - - - चुप कर जैसे अभी तक तो तुझे मज़ा आ ही नही रहा था ! फिर सन्नी ने कामया को वही घोड़ी बनाया और उसके ऊपर सवारी गाँठ ली ! उसके हर धक्के कामया के पूरे बदन को हिला देते थे लेकिन कामया भी पूरी ताक़त से उसका साथ दे रही थी उसे सन्नी का अपने आपको यून रफ यूज़ करना भी पसंद आ रहा था !
सन्नी - - - जान इसी लिए दूल्हा बारात के दिन घोड़ी पे बैठकर आता है ताकि दुल्हन जान जाए की उसे भी ऐसे ही घोड़ी बनना पड़ेगा !
कामया - - - चल बदमाश ! तेरा दिमाग़ उल्टा सीधा बहुत चलता है !

 
सेकेंड राउंड के बाद दोनो एक दूसरे से लिपट कर प्यार करते रहे तभी सन्नी को अपना मिशन इंपॉसिबल याद आ गया !
उसने अपना अंघूठा कामया के रस मे भिगोया और फिर से पड़ोसन के घर मे घुसेड दिया और अंदर बाहर करने लगा !
कामया - - - उई मा भैया निकालो वहाँ से ! हालाकी उसे कोई खास दर्द नही हो रहा था !
सन्नी - - - क्या हुआ ? इतना हाय तौबा क्यों मचाने लगती हो ?
कामया - - - अरे तो वहाँ क्यों करते हो ?
सन्नी - - - तो क्या हुआ वहाँ भी तो करते हैं !
कामया - - - चुप रह वहाँ कोई नही करता ! तेरे को किसने कहा की वहाँ भी करते हैं ?
सन्नी - - - मेरे कई दोस्तो की शादी हो गई है वो लोग वहाँ भी करते हैं
कामया - - - लेकिन वहाँ बहुत दर्द देता है
सन्नी - - - लेकिन आपको कैसे पता की वहाँ बहुत दर्द देता है ? सन्नी के प्रश्न से कामया चौंक गई और टालते हुए बोली
कामया - - - पता है बस तुझे क्या करना
सन्नी - - - पता है तो सीधे बताओ ना कैसे पता है ?
कामया - - - तुझे हर बात बताना ज़रूरी है क्या ?
सन्नी - - - अरे यार तुम फिर नाटक करने लगती हो ! सीधे बता नही सकती ! चल बता ना यार
कामया - - - सन्नी तू हर बात मे अपनी चलाता है ! मेरी एक दो सहेली बता रही थी उन्हे बहुत दर्द हुआ था जब पहली बार उनके हज़्बेंड ने वहाँ किया था
सन्नी - - - कौन सहेली
कामया - - - तुझे क्या मतलब कौन हैं वो ?
सन्नी - - - ठीक है मत बता ! अपने को ज़्यादा ही समझती है
कामया - - - अब मुँह क्यों फूला रहा है ! तू जानता है उन्हे मधु और पिंकी !
सन्नी - - - ओह पिंकी जिसे आप डिफॉल्टर बोलती थी ?
कामया - - - हाँ वही ! दोनो बता रही थी क़ि उनके हज़्बेंड पीछे भी करते हैं और उन्हे बहुत दर्द हुआ था !
सन्नी - - - अभी भी वहाँ करवाती हैं
कामया - - - हाँ वो तो अब होता ही रहता है
सन्नी - - - जब इतना दर्द देता है तो क्यों करवाती हैं पीछे ?
सन्नी की बात सुनकर कामया कोई जवाब नही दे पाई तो सन्नी ने बोला
सन्नी - - - दीदी मेरे दोस्त कह रहे थे की सिर्फ़ पहली बार थोड़ा दर्द होता है फिर वो और ज़्यादा एंजाय करती हैं !
कामया - - - मुझे तो दोनो कह रही थी क़ि बहुत दर्द हुआ था दूसरे दिन दोनो को चलने मे तकलीफ़ हो रही थी !
सन्नी - - - हाँ तो पहली बार तो होता ही है ! पहली बार तो आगे भी दर्द होता है ! चलो ना पीछे करते हैं !
कामया - - - नो सन्नी !! कल सुबह अगर मैं लंगड़ा के चलने लगी तो क्या जवाब दूँगी घर मे !
सन्नी - - - तो कोई और जुगाड़ नहीं है ! यू शुड ऑल्सो एक्सपीरियेन्स दिस न्यू प्लेषर
कामया - - - रहने दे अभी नही कर सकते ! फिर कभी देखेंगे
सन्नी - - - तो फिर कब ?
कामया - - - अभी छोड़ ना यार बस एक ही चीज़ की रट लगा रहा है ! कभी घर मे कोई नही रहेगा तो सोचेंगे! मैं अभी रिस्क नही ले सकती! अब तक कामया भी गांद मे डाले अंघूठे से बहकने लगी थी इसलिए बोली
कामया - - - इधर उधर की मत सोच अभी जो मिल रहा है उसे तो ख़ाले ?
कामया का इशारा सुन सन्नी एक बार फिर कामया पर चढ़ बैठा ! उस रात दो घंटे मे सन्नी ने चार बार कामया का बाजा बजा दिया ! कामया का एक एक पोर दर्द दे रहा था ! वो पूरी तरह से पस्त पड़ गई थी किंतु उसके बाद भी एक अजब ही आनंद महसूस कर रही थी ! जब सन्नी उसके कमरे से गया तो कामया किसी तरह लड़खड़ाते हुए दरवाजा बंद कर के आई और नंगी ही बेड मे पसर गई !
सुबह शांति पाँच बजे उठ कर नहा धो के आ रही थी क़ि अचानक खिड़की से उसकी नज़र नंगी सोती हुई कामया पर पड़ी ! बहू जिस तरीके से नंग धड़ंग अचेत पड़ी थी उससे ऐसा लग रहा था मानो पूरी रात बड़ी बेरहमी से चुदि होगी !

 

उसकी ये दशा देख कर शांति के चेहरे पर एक रहस्यमयी मुश्कान आ गई ! फिर खिड़की का पल्ला बंद करते हुए वो बुदबुदाई """ बेवकूफ़ खिड़की खोल के नंगी सो रही है , पगली को ये भी होश नही की घर मे जवान भाई आया हुआ है "" वहाँ से चलकर जब वो अपने रूम मे पहुँची तो मदनलाल दवाई के असर से अभी तक मुर्दे के समान सो रहा था ! उसकी लुँगी भी खुली हुई थी और बाबाजी का थुल्लु =बाहर को लटक रहा था ! शांति ने उसकी लूँगी ठीक क़ि और एक बार फिर बुदबुदाई "" इनकी तो शुरू से यही आदत है ज़रा सा थक जाते हैं तो एक दम घोड़े बेच कर सोते हैं "" बेचारी शांति क्या जानती थी की आज घोड़े बेचने वाला व्यापारी कोई और था !
अगले दिन सुबह नाश्ता कर के मदनलाल बाहर निकल गया और शांति भी पूजा करने चली गई ! तब कामया भी चेंज करने अपने कमरे मे गई साड़ी पहन कर वो ब्लाउस पहनने लगी अभी एक बटन ही लगाया था की सन्नी पहुँच गया उसने जाते ही उसको पकड़ लिया और मम्मे दबाने लगा

 

कामया - - - सन्नी ये क्या कर रहा है कोई आ जाएगा ? तू जा यहाँ से
सन्नी - - - दीदी कोई नहीं आएगा अंकल बाज़ार गये हैं !
कामया - - - अरे पगले मम्मी तो है तू जा
सन्नी - - - अरे मम्मी पूजा मे बैठ गई हैं ! मैने कल देखा है वो पौन घंटा तो पूजा करती हैं ! बस थोड़ा सा करने दो ना !
कामया - -- क्यों कल रात भर इतना परेशान किया दिल नहीं भरा क्या ?
सन्नी - - - जान तुमसे कभी दिल भर सकता है क्या ? और सन्नी फिर से उसके बूब्स दबाने लगा ! कामया की साँसे उखड़ने लगी !
कामया - - - नही सन्नी तू जा ! दिन मे ये सब नही करने दूँगी ,मुझे डर लग रहा है
सन्नी - - - अच्छा ठीक है केवल दूध पी लेने दो
कामया - --- अरे यार रात को कितना तो पिया तूने पूरे निशान बना दिया है अभी भी मन नही भरा ?
सन्नी - - - दीदी इनको तो मैं चोबिस घंटे पी सकता हूँ ! पता नही जीजाजी तुम को छोड़कर कैसे रह लेते हैं ?
कामया - - - वो तेरे समान बेसबरे नही हैं ! उनको और काम भी रहते हैं ! तब तक सन्नी ने कामया का ब्लाउस उतार दिया
सन्नी - - - क्या खाक काम रहते हैं ? इससे ज़्यादा ज़रूरी काम दुनिया मे कोई और नही होगा !
कामया - - - चुप कर बदमाश ! सब तेरे जैसे लफंगे नही होते ! तब तक सन्नी भी संतरों मे मुँह मार चुका था !

 

अगले आधे घंटे तक सन्नी बारी बारी से कामया के दोनो संतरों का रस निचोड़ता रहा और कामया सिर्फ़ सिसकी लेती रही ! इस दरम्यान सन्नी के हाथ कहाँ कहाँ यात्रा कर रहे थे वो तो दोनो खुद भी जान नहीं सके !












राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator