Wednesday, November 18, 2015

FUN-MAZA-MASTI बहकती बहू--25

FUN-MAZA-MASTI


बहकती बहू--25


अब आगे - - - -
मदनलाल चला गया मगर इधर सन्नी को चैन नही आ रहा था ! वो दुबारा किचन मे आया तो कामया पराठे बना रही था !
सन्नी - - - दीदी क्या बना रही हो ?
कामया - - -- पराठे बना रही हूँ तेरे लिए
 
सन्नी - - - मैं भी बनाऊँ ?
कामया - - - तेरे को आता है बनाते ? पहले कभी बनाया है ?
सन्नी - -- नही पहले तो नही बनाया ! आज ही बना देता हूँ
कामया - - - नही सन्नी अभी नही
सन्नी - - - प्लीज़ दीदी तुम बेलो मैं सेंक देता हूँ !
कामया - - - नहीं सन्नी मैं पहले ही तेरे कारण लेट हो गई हूँ और फिर तवा भी बहुत गरम है !
सन्नी - - - प्लीज़ दीदी सेंक लेने दो ना
कामया - -- नही अभी नही फिर कभी सेंक लेना
सन्नी - -- दीदी मेरी इच्छा है क़ि आपके तवे मे पराठे सेंकू ! कामया ने कभी नोनवेज जोक्स नही सुने थे बेचारी ने बोल दिया !
कामया - - - ठीक है भाई कभी समय मिलेगा तो हमारे तवे मे तू भी पराठे सेंक लेना !
डिनर करके कामया शांति और सन्नी अपने अपने कमरे मे चले गये ! कामया ने कमरे मे पहुँच कर जैसे ही शीशे मे अपने आप को देखा वो हैरान रह गई ! मेक्शी के अंदर से उसका पूरा मादक बदन दिख रहा था ! उसके पेंटी ब्रा और एक एक अंग का कटाव भी दिख रहा था ! अब उसे समझ आया क़ि क्यों सन्नी उसे इतना घूर रहा था वो सोचने लगी बेचारा भाई कितनी मुश्किल हुई होगी उसको अपने को संभालने मे !

 

हमने भी ध्यान नहीं दिया और इसे पहनकर घर मे घूम रहे थे मगर आश्चर्य है मांजी ने भी नहीं टोका ! उसे सन्नी की एक एक हरकत याद आने लगी कैसे वो उसके नितंबों से और जाँघ से खेल रहा था ! जवान मर्द का स्पर्श याद आते ही कामया को खुमारी चढ़ने लगी !
इधर सन्नी अपने कमरे मे लेटा हुआ था उसने एक शॉर्ट पहना हुआ था और अपने हथियार को उसमे से बाहर निकालकर सहला रहा था ! गाँव की आदत के अनुसार उसने खिड़की खुली छोड़ी थी और लाइट बंद कर लेटा हुआ था नींद उसकी आँखों से कोसों दूर थी ! उसे कुछ समझ नही आ पा रहा था क़ि कैसे कामया को अपने बिस्तर मे लाया जाय ! कामया अब उसके लिए एक चेल्लेंज बन चुकी थी ! मेक्शी के अंदर से उसका दमकता बदन तो उसकी नज़रों से हट ही नही रहा था ! वो उस थंडर थाइस को जी भर कर चूमना चाहता था,चाटना चाहता था ,काटना चाहता था और आँखों से उसकी चिकनाई पीना चाहता था ! लेकिन सन्नी को ये नही पता था क़ि जिसे पाने को वो इतना बेताब है उसे उपर वाला खुद उसकी झोली मे डालने वाला है ! कुदरत के खेल को कौन समझ पाया है भला !
उधर मदनलाल छत मे घूम रहा था उसका भी बुरा हाल था ! वैसे ही बहू ने सुबह से सेक्सी साड़ी मे कहर ढाया हुआ था और अब रात को नाइटी मे अपना कातिल बदन दिखा कर तो उसने कत्ल ही कर डाला था ! आज बहुत दिन बाद मदनलाल का खूँटा उसे कुछ ज़्यादा ही परेशान कर रहा था ! उसने बहू को फ़ोन किया ! कॉल देख बहू ने फोन उठाया -
कामया - -- हाँ बाबूजी बोलिए
मदनलाल - -- जान दरवाजा खोल दो हम आ रहे हैं !
कामया - --- बाबूजी आज नही सन्नी भी आया हुआ है
मदनलाल - - - अरे उसकी छोड़ो वो तो अब तक सो गया होगा !
कामया - - -- नहीं बाबूजी कुछ गड़बड़ हो सकती है एक दो दिन रुक जाओ ना !
मदनलाल - ---- बहू आज तो सुबह से तुम्हे देख कर रुका नही जा रहा ! सन्नी की चिंता छोड़ो उसकी खिड़की खुली हुई है हम देख के आते हैं अगर सो रहा होगा तो आ जाएँगे ! मदनलाल उतरकर दबे कदमों से सन्नी की खिड़की के पास जाकर अंदर झाँकने लगा ! अंदर घुप अंधेरा था हाथ को हाथ नही सूझ रहा था तो नज़र का चस्मा लगाने वाले बूढ़े को क्या दिखता ,उसने सोचा सन्नी सो चुका है और वो वापस मूड गया ! कमरे मे सन्नी तो जाग ही रहा था उसने खिड़की से मदनलाल को झाँकते देख लिया ! अंधेरे मे भी अपने डील डौल से ही मदनलाल पहचान आ रहा था ! सन्नी को उसका इस तरह चोर जैसे झाँकना बड़ा संदिग्ध लगा ,उसके जासूसी दीमाग मे हलचल होने लगी ! उसे लगा कुछ ना कुछ गड़बड़ ज़रूर है ! जैसे ही मदनलाल हटा वो भी धीरे से उठा और अपने को छुपाते हुए खिड़की से बाहर देखने लगा ! बाहर चाँद की रोशनी मे हल्का हल्का दिखाई दे रहा था ! जो उसने बाहर देखा तो शॉक्ड रह गया! मदनलाल बहू के कमरे के बाहर खड़ा था एक बार उसने चारों तरफ देखा और फिर बहू के कमरे मे घुस गया और अंदर से चिटकनी लगा दी ! सन्नी जैसा चतुर , लंपट और एक नंबर का औरतबाज़ तुरंत समझ गया कि रात के अंधेरे मे चुपके से किसी जवान औरत के कमरे मे घुसने का मतलब क्या होता है ! उसका दीमाग तेज़ी से काम करने लगा उसने तुरंत अपना मोबाइल उठाया सबसे पहले उसे साइलेंट मोड़ मे किया और फिर रेकॉर्डिंग ऑन कर बाहर निकल आया ! उसे पूरा विश्वास था की आज उसे डिस्कवरी चेनल के प्रोग्राम "" caught in the act "" के कुछ शानदार शॉट रेकॉर्ड करने को मिलेंगे जो कामया को उसके बिस्तर की रानी बनने को मज़बूर कर देंगे !संयोग से कामया की खिड़की का एक पल्ला खुला था और उसका परदा भी काफ़ी सरका हुआ था ! ऐसा अक्सर मदनलाल करता था वो दिन मे कभी भी बहू के कमरे मे घुस कर ऐसी व्यवस्था कर आता और रात को बहू को अस्त व्यस्त कपड़ों मे सोते देखता रहता ! हालाकी कामया उसे सहज ही उपलब्ध थी पर उसे ऐसा करना अच्छा लगता था अर्धनग्न बहू को सोती हुई देखना उसकी लत बन गई थी ! आज उसकी ये आदत ही उस पर भारी पड़ने वाली थी !
अंदर का दृश्य उस वक्त बड़ा ही रोमॅंटिक था ! अंदर कामया बदन दिखाउ नाइटी मे लेटी हुई थी ! और मदनलाल सामने खड़ा उससे कुछ बातें कर रहा था ! ऐसा लग रहा था जैसे बहू ससुर को जाने को बोल रही है और ससुर मिन्नत कर रहा है !

 
कुछ देर तक उनमे कुछ बातें होती रही कामया की बॉडी लॅंग्वेज बता रही थी क़ि वो पिघलती जा रही है ! सन्नी ये सब देख भी रहा था और रेकॉर्ड भी कर रहा था ! आख़िर मे मदनलाल ने अपनी मर्दानीयत का अहसास कराते हुए कामया को पकड़ कर उठा दिया और उसको अपनी बाहों मे भर लिया ! अब दोनो जंगलियों की तरह एक दूसरे को चूम रहे थे ! अगले कुछ ही पलों मे कामया को मदनलाल ने निर्वस्त्र कर दिया ! सन्नी एक एक दृश्य को रेकॉर्ड भी कर रहा था और आँखों से पी भी रहा था !
आज के पहले सन्नी ने कभी कामया को पूरी नंगी नही देखा था शादी के पहले एक बार उसने कामया को केवल पेंटी मे देखा था जिसमे कामया टॉपलेस थी पर उस समय कामया काफ़ी स्लिम थी और उसमे क्यूटनेस तो थी लेकिन ऐसी सेक्स अपील नही थी जैसी अभी दिख रही थी ! कामया के कपड़े पूरे उतरते ही उसकी मांसल गोरी चिकनी जांघे सन्नी की आँखो के सामने आ गई ! सन्नी तो साँस लेना ही भूल गया ! ऐसी गदराई जांघों का तो वो दीवाना था ! उसने अपना खूँटा बाहर निकाल लिया और मुठियाने लगा ! कामया की जांघे बड़ी ही सुडोल और कसी हुई था ! उसके लेग पीस कहीं भी आग लगा सकते थे ! इन लेग पीसों को अब हर हॉल मे सन्नी को भोगना था !
 

उसके बाद जो हुआ उसकी कल्पना सन्नी जैसे धाकड़ चोदु को भी नही थी या ये कहिए क़ि उसे अपनी घरेलू संस्कारी बहन से ये उम्मीद नही थी की वो ससुर को ब्लो जॉब देगी ! ज़्यादातर ऐसे बेमेल उमर के घर मे बनने वाले रिश्ते केवल फुर्ती मे निपटने वाले होते हैं पर यहाँ तो खुला खेल खेला जा रहा था ! सन्नी ने दिल ही दिल मे कहा बलिहारी हो ब्लू फिल्मों की जिसने उसकी बहन को भी पॉर्न स्टार बना दिया ! ससुर ने अपना खूँटा निकाला और कामया के मुँह मे पेल दिया ,कामया भी लपर लपर करने लगी
कुछ देर के बाद ससुर ने कुछ कहा तो कामया डोगी बन गई ! सन्नी हैरान था बुड्ढे ने उसकी बहन को हर तरीके से तैयार कर दिया था ! अब मदनलाल ने थोड़ी देर बहू की मस्त गांद को चाटा और धर के अपना पूरा चाप दिया ! कामया के मुख से हल्की सी चीख निकल गई जो सन्नी ने भी सुनी ! अब मदनलाल नीचे खड़े होकर धकापेल मचाने लगा और कामया भी पूरी मस्ती से चुदने लगी !
 

कामया के हाव भाव और चुदवाने की स्टाइल देख कर सन्नी समझ गया कि लौंडिया गरम तासीर की है ऐसी लड़कियाँ जब पट जाती हैं तो बिस्तर मे जन्नत का मज़ा देती हैं और जन्नत अब सन्नी से दूर नही थी !
मदनलाल के हर धक्के मे कामया का मुँह खुल जाता ! डोगी स्टाइल मे कामया बड़ी सेक्सी दिख रही थी ! जैसे ही शॉट पड़ता कामया के नितंब अंदर धँस जाते और उसके बूब्स पेंडुलम की तरह झूलने लगते ! ससुर साथ ही साथ बहू की गांद की मालिश भी कर रहा था और बीच मे उसकी पीठ भी चूम लेता कभी कामया के बालों को लगाम की तरह पकड़ कर खींच देता ! एक दो मिनिट तक मदनलाल कामया को कुतिया बनाके चोद्ता रहा पर तभी उसके मूसल मे ढीलापन आने लगा !

 

बुढ़ापे मे यही सबसे बड़ी समस्या होती है साला ""खड़ा होता है तो कड़ा नही होता ""! ससुर ने अपना लंड निकाला और एक बार फिर बहू को चूसने के लिए दे दिया ताकि फिर खड़ा हो सके ! कामया ससुर का लंड मुँह मे लेकर एक बार फिर अपनी कला दिखाने लगी लेकिन कहते हैं उम्र को जीता नही जा सकता और ये बात मदनलाल के साथ भी सच साबित हुई उसका लंड कड़ा होने से पहले ही बहू के मुँह मे हार मान बैठा ! उसने अपना सारा पानी बहू के मुँह मे गिरा दिया और सन्नी ने घोर आश्चर्य देखा उसकी बहन ने बड़े मज़े से ससुर का पानी पी भी लिया !

 
सन्नी ने अपनी जिंदगी मे ढेरों लड़कियाँ चोदी थी और तकरीबन सभी को अपना लंड चुसवाया था ! उसका अपना निजी अनुभव था क़ि औरतें लंड भले ही चाव से चूस लें किंतु उसका पानी पीने से मना कर देती हैं ! उसकी लिस्ट मे मुश्किल से दो तीन औरतें ही थी जो उसका माल गटक जाती थी वो भी रिक्वेस्ट करने पर ! लेकिन यहाँ तो उसकी बहन शौक से मज़े लेकर अपने ससुर का माल निगल गई थी ऐसी लौंडिया की तो वो बरसों से तलाश मे था जिसके अंदर इतनी आग हो ! पैसों के लिए तो बहुत चुद जाती हैं लेकिन असल मज़ा तो वही लड़की देती है जो अपनी आग ठंडी करने के लिए चुदवाति है !कामया और मदनलाल के एपीसोड से एक बात तो वो समझ गया था क़ि कामया को अगर सही ढंग से वॉर्मअप किया जाए तो ऐसा मज़ा देने वाली लड़की दूसरी नही मिलने वाली वो भी फ्री फोकट मे ! ससुर अब लज्जा से कपड़े पहनने लगा तो सन्नी चुपके से अपने कमरे मे चला गया सबसे पहले तो उसने सारी फिल्म अपने ईमेल मे सेंड की उसके बाद एक कॉपी अपने फोन सेट मे भी सेव कर ली ! अब कामया को ब्लेकमेल करने का प्लान बनाने लगा ! सारी योजना को अच्छे से बनाकर उसने डाइलोग़ याद किया और कामया को फोन लगा दिया ! मदनलाल को गये करीब आधा घंटा हो गया था कामया अभी भी नंगी ही पड़ी हुई थी नींद उसे आ नही रही थी क्योंकि बाबूजी ने आग तो भड़का दी थी लेकिन बिना बुझाए ही चल दिए थे ! मोबाइल बजते ही कामया ने सोचा शायद सुनील का फोन आया होगा क्योंकि अक्सर देर रात वो ही फोन करता था ! पर जैसे ही उसने स्क्रीन पर सन्नी का नंबर देखा वो चौंक गई फिर उसे हँसी आ गई "" हे भगवान अब इसे कौन समझाए दीदी के साथ वो सब नही कर सकते जो गर्ल फ्रेंड के साथ कर सकते हैं ""
कामया - - - क्या बात है सन्नी नींद नही आ रही क्या !
सन्नी - - - नही दीदी ऐसे ही कुछ पूछना था !
कामया - - - इतनी देर रात को ??? बोलो क्या पूछना है ?? उसने सोचा शायद फिर जी एफ वाला केसेट शुरू कर देगा ! लेकिन वहाँ से तो सीधा बॉम्ब फटा -
सन्नी - - - - दीदी ये चक्कर कब से चल रहा है ?
कामया - - -- कौन सा चक्कर भाई ?
सन्नी - - - - यही आपका अपने ससुर के साथ बिस्तर कबड्डी वाला चक्कर ?
कामया - - - क्या ??????? तू क्या बोल रहा है ???? तेरा दिमाग़ तो खराब नही हो गया ? ? हालाकि सुनील के सवाल पूछते ही कामया के रौंगटे खड़े हो गये थे !


सन्नी - - - दीदी दिमाग़ खराब नही हुआ है आधे घंटे तक आप दोनो की रासलीला देखी है !सन्नी की बात सुनकर कामया की टांगे काँपने लगी उसकी नज़र खिड़की की तरफ गई तो वो चौंक गई खिड़की का एक पल्ला काफ़ी खुला था ! उसने घबडाते हुए कहा
कामया - - - सन्नी तुम्हे कोई ग़लत फ़हमी हुई है ऐसा कुछ नही है तुम ऐसा सोच भी कैसे सकते हो अपनी दीदी के बारे मे ?
सन्नी - - - दीदी मुझे कोई ग़लत फ़हमी नही हुई है मैने अपनी खुली आँखों से सब कुछ देखा है और 10 मेगा पिक्सल के मोबाइल से शूटिंग भी की है ! आप आइए ना मेरे कमरे मे आपको पूरी रेकॉर्डिंग दिखाता हूँ !
अब कामया पूरी तरह पस्त हो गई उसे कुछ उपाय नही सूझ रहा था कि क्या जवाब दे ! अगर सन्नी ने सुचमुच रेकॉर्डिंग की होगी तो अनर्थ होना तय है !कामया ससुर के साथ सेक्स की वीडियो रेकॉर्ड होने की बात से ही बुरी तरह घबडा गई थी! उसे ये याद कर और अफ़सोस होने लगा की आज तो बाबूजी ने उसे कुतिया बना के पेला था और आख़िर मे उसने बाबूजी का टॉनिक भी पिया था जब बहुत देर तक कामया की तरफ से कोई जवाब नही आया तो सन्नी ने फिर पासा फेंका !
सन्नी - -- - दीदी आप आइए ना यहाँ मैं आपको रेकॉर्डिंग दिखाता हूँ ! सन्नी चाहता था की कामया एक बार उसके कमरे मे आ जाए तो फिर वो किसी भी हालत मे उसे अपने नीचे लिटा कर ही वापिस जाने देगा ! कामया ने थोड़ा हिम्मत कर के हालात संभालने की कोशिश की हालाकी वो खुद हिम्मत हार चुकी थी !
कामया - - - सन्नी तुम इन फालतू बातों मे मत पडो तुम्हे इन सबसे कोई मतलब नहीं होना चाहिए और तुम्हे इन सबसे क्या फ़र्क पड़ता है ! सन्नी जानता था दिया बुझने से पहले एक बार कुछ ज़्यादा चमकता है और कामया के इस उत्तर का जवाब वो पहले ही तैयार कर चुका था !
सन्नी - - - दीदी मुझे तो कोई फ़र्क नही पड़ता लेकिन आपकी सास को , जीजाजी को और आपके बीमार पापा को तो ज़रूर फ़र्क पड़ेगा ! सोचो जब जीजाजी अपने व्हाट्सअप मे ये क्लिप देखेंगे तो उनकी क्या दशा होगी ! सन्नी ने आख़िर मे अपनी धमकी दे ही दी ! सुनील ,शांति और अपने पापा के पास ये खबर जाने की बात सुनकर ही कामया को लकवा सा लग गया उसकी आवाज़ रूंध गई उसके मुँह से बोल ही नही निकल रहे थे बड़ी मुश्किल से उसके मुँह से बस इतना ही निकला
कामया - - - सन्नी प्लीज़ ऐसा कुछ मत करना मैं तुम्हारे पैर पड़ती हूँ !
सन्नी - -- दीदी मैं कब कह रहा हूँ की मैं ऐसा कुछ करने जा रहा हूँ ! एक काम करिए आप यहाँ तो आइए फ़ोन मे कब तक बातें करेंगे !
बार बार अपने कमरे मे बुलाने की बात करने से ही कामया कुछ आशंकित हो गई थी उसे पूरा संदेह था कि वहाँ जाने पर सन्नी ज़रूर कुछ ना कुछ फ़ायदा उठाने की कोशिश करेगा इसलिए उसने एक बार फिर कहा
कामया - - - सन्नी तुम मुझे वहाँ क्यों बुला रहे हो ? प्लीज़ बताओ तुम चाहते क्या हो ? सन्नी जानता था दीदी इतना तो समझ गई होगी की इतनी लंबी चौड़ी कवायद के बाद एक जवान लड़का क्या चाहेगा इसलिए उसने बिना लाग लपेट के सीधे कह दिया
सन्नी - -- दीदी मैं भी वही करना चाहता हूँ जो मैने देखा है
कामया - - - सन्नी तुम पागल हो गये हो क्या मैं तुम्हारी बहन हूँ समझे ! क्या तुम्हे अपने रिश्ते का भी ध्यान नही ?
सन्नी - - - दीदी मदनलाल के साथ आपका रिश्ता क्या है ? कामया चुप रह गई उसे कुछ समझ नही आ रहा था की क्या कहूँ ! उसे ये भी समझ आ गया था की वो बड़ी मुसीबत मे आ चुकी है और इस मुसीबत से निकलना अब आसान नहीं है तभी सुनील ने फिर कहा
सुनील - - - दीदी आप यहाँ आइए तो आराम से बैठ कर बात करेंगे ! कल मुझे लौटना है बस आज ही समय है उसके बाद फिर आप जानो या आपका काम ! ऐसा कह कर सन्नी ने फोन काट दिया ! अब सन्नी ने अपनी योजना के दूसरे पार्ट पर काम चालू कर दिया उसके मोबाइल मे जो दूसरी सिम लगी थी वो हर दो तीन महीने मे चेंज .हो जाया करती थी और उसे वो लड़कीबाजी के लिए ही रखता था उसका नंबर भी घरवालों को नहीं मालूम रहता था ! कामया के घर का नंबर तो सन्नी के पास था ही उसने नई सिम से कामया के पापा का नंबर दबा दिया ! रात के सन्नाटे मे कामया के पापा जी का फोन चीखने लगा उसके मम्मी पापा की नींद टूट गई जैसे ही उन्होने फोन उठाया सन्नी ने फोन काट दिया ये उसने सिर्फ़ उन्हे जगाने के लिए किया था ! अब उसने एक sms टाइप किया "" babuji i am feeling horny come soon --kamya "" फिर एक और sms टाइप किया "" wants to watch video of hot indian house wife call me back "" और मेसेज सेंड कर के उस सिम को डीक्टिवेट कर दिया ! इधर मिस कॉल के बाद जैसे ही sms आया कामया के पापा ने फोन देखा और मेसेज पढ़कर चौंक गये ! दोनो पति पत्नी sms से हैरान परेशान हो गये !
इधर कमरे मे कामया भी परेशान बैठी थी उसे कुछ सूझ नही रहा था उसे लग रहा था की अब उसके पास दो ही विकल्प हैं या तो सन्नी की बात माने या परिवार समाज मे बदनाम होने के लिए तैयार रहे ! लेकिन उसे अभी भी भरोसा नही था कि उसके ना करने पर सन्नी उसे बदनाम कर सकता है ! वो उसका भाई था और बचपन से वो उसे जानती थी ! लेकिन कामया को ये नही मालूम था कि तब से अब तक गंगा मे बहुत पानी बह चुका था ! पहला तो सन्नी अब बच्चा नही रह गया था दूसरा कामया भी अब कोई सीधी साधी लड़की नही थी उसकी प्रेम कहानी रेकॉर्डेड थी वो भी सन्नी जैसे खानदानी लंपट के हाथों मे ! उसने सोचा कि अभी कुछ नही करूँगी थोड़ी देर मे वो फिर फ़ोन ज़रूर करेगा वो बैठ कर फ़ोन का इंतज़ार करने लगी ! उसका इंतज़ार तुरंत ख़त्म हुआ क्योंकि तुरंत उसका फ़ोन हल्के से बजने लगा लेकिन स्क्रीन मे देखते ही उसका दिमाग़ फ्यूज़ हो गया! फोन मे उसके पापा की फोटो आ रही थी ! इतनी रात को पापा का फ़ोन उसने काँपते हाथों से फ़ोन उठाया
कामया - - - हाँ पापा
पापा - - - बेटा घर मे सब ठीक तो है?
कामया - - - हाँ पापा लेकिन इतनी रात को आप ये क्यों पूछ रहे हैं ?
पापा - - - बेटा तेरे नाम से एक sms आया था इसलिए हम घबरा गये !
कामया - - - ऐसा क्या sms आया था पापा मैने तो कोई sms नही किया पापा - -- अब तुझे क्या बोलूं ले अपनी मम्मी से बात कर
रजनी - - - हाँ कामया बेटी
कामया - - - हाँ मम्मी बोलो क्या एस एम एस आया था जो आप इतना परेशान हो ! रजनी ने कामया को सारी बात बता दी क़ि हॉर्नी बोलकर वो बाबूजी को बुला रही थी दी और ये भी कहा की तेरे हार्ट पेशेंट पापा तब से परेशान हैं ! जब दोनो की बातें ख़त्म हुई तो कामया फोन रखकर सिर पकड़कर बैठ गई उसे अपने पापा की चिंता होने लगी ! उसकी आँखों के सामने भविष्य के एक एक दृश्य दिखाई देने लगे ! पहले उसने देखा पापा उसके और ससुर जी का सेक्स क्लिप देखते हुए अटेक से चल बसे फिर उसे दिखाई दिया की सुनील ने अपने बाप के साथ उसका सेक्स वीडियो देखकर आत्महत्या कर ली और अंत मे उसने देखा की शांति ने अपने पति और उसके संबंध के बाद उसे चोटी पकड़ कर घर से निकाल दिया ! कामया कुछ देर तक यूं ही गुमसूँ सी बैठी आँसू बहती रही और फिर अचानक उसने फ़ैसला कर लिया की अपनी हँसती खेलती जिंदगी उसे हर हाल मे बचानी होगी ! उसे सन्नी के सामने समर्पण करना ही होगा एक बार वो उसकी इच्छा पूरी कर के भविष्य के लिए मना कर देगी ! कामया ने सोचा सन्नी नया लड़का है और अनाड़ी भी होगा ज़्यादा से ज़्यादा पंद्रह मिनिट मे ही सबकुछ ख़त्म कर के वो वापस आ जाएगी ! पर बेचारी कामया ये नही जानती थी की सन्नी अनाड़ी नही पक्का खिलाड़ी है और जो भी प्यासी औरत एक बार उसके नीचे आ जाती है वो हमेशा के लिया उसकी हो जाती है किसी मज़बूरी मे नही बल्कि फिर उसे सन्नी के अलावा और कोई दिखता ही नही है ! कामया जैसे ही खड़ी हुई अपने को देख कर शर्मा गई वो अभी भी नंगी ही थी ,उसने तुरंत कपड़े पहने और और कुल्ला कर के सन्नी के कमरे की ओर चल दी !
दरवाजे पर पहुँचते ही उसने देखा क़ि दरवाज़ा पूरा खुला हुआ है और सन्नी बैठ कर उसी की क्लिप देख रहा है वो ये देख शर्म से ज़मीन मे देखने लगी ! सन्नी को पूरा विश्वास था की वो ज़रूर आएगी वो उठा उसके पास पहुँच सबसे पहले उसने दरवाजा बंद किया और पीछे से कामया के दोनो कंधों को पकड़ते हुए बोला
सन्नी - - - दीदी मुझे मालूम था आप ज़रूर आओगी !
सन्नी की नज़रें कामया के ब्लाउस से झाँकते बड़े बड़े संतरों पर टिक गई!

 
जिसे कामया ने भी देख लिया वो सोचने लगी ना ये होते ना आज ऐसा दिन देखने पढ़ते !वो सोच रही थी अगर वो इतनी सुंदर नही होती और ना ही उसका बदन इतना हंगामाखेज होता तो आज उसका भाई उस पर यूं फिदा भी ना हुआ होता ! उसने बड़ी ही मुश्किल से बोला !
कामया - - - सन्नी ये ग़लत है हमे ऐसा नही करना चाहिए ! मैं तुम्हारी बहन हूँ ! सन्नी जानता था क़ि कामया यहाँ आकर भी इस तरह की दुहाई ज़रूर देगी! वो चाहता तो उसे ज़बरदस्ती से काबू कर सकता था लेकिन सन्नी का दिमाग़ बहुत तेज़ चल रहा था उसे कामया केवल आज के लिए नही चाहिए थी बल्कि ऐसी बेपनाह सुंदरी को तो वो हमेशा के लिए अपनी बना लेना चाहता था ! उसे मालूम था की एक बार कामया को पाने के बाद भविष्य मे कामया अगर ना कर दे तो वो उसका कुछ नही बिगाड़ सकता ! वो जानता था क़ि रिश्तेदारी मे ब्लेक मेल करना आसान काम नही है ! बाद मे अगर उसने क्लिप लीक किया और बात बिगड़ गई तो वो भी फँसेगा उसके मां बाप भी उसे बोलेंगे और बुआ फूफा भी कहेंगे की "" कमीने जब तूने हमारी बेटी के साथ एक बार कमीनगिरी कर ही ली थी तो फिर उसका घर क्यों बर्बाद कर दिया "" ! ये सब सोचकर वो कामया को बड़े आराम से फुसलाना चाहता था ताकि कामया को ये ना लगे की उसके साथ कोई ज़ुल्म हुआ है बल्कि ये लगे की उसका भाई उसके हुश्न पर पगला गया है !
सन्नी - - - दीदी मैं मानता हूँ हम रिश्तेदार हैं लेकिन मदनलाल अंकल भी तो आपके रिश्ते मे ही हैं ना ! दीदी प्लीज़ मैं बचपन से आपकी खूबसूरती को देखकर ही बड़ा हुआ हूँ बस आज एक बार कल सुबह मैं चला जाउन्गा !
कामया - -- भाई मैने एक बार ग़लती कर ली तो तू मुझे दुबारा फिर वही ग़लती करने को कह रहे हो !
सन्नी - - - दीदी मैं आपको फोर्स नही कर रहा हूँ बस जब आप अंकल के साथ कर सकती है तो क्या आप अपने भाई की जिंदगी मे खुशियों के कुछ पल नही दे सकती ! इसी के साथ सन्नी ने उसके कंधों को चूमना शुरू कर दिया उसका लंड उसके सॉर्ट मे फनफना रहा था जो कामया अपने एसक्रेक मे महसूस कर रही थी ! लंड के दबाव से ही वो समझ गई थी की उसके छोटे भाई का भी बाबूजी के सामान बड़ा है ! मगर कामया अभी भी सन्नी की बात पर तैयार नही थी वो बार बार उसे मना कर रही थी मगर सन्नी अनुभवी खिलाड़ी था वो जानता त की जवान औरतों की कमज़ोरी क्या होती है उसे मालूम था की अगर वो कामया के साथ पंद्रह मिनिट तक ऐसे ही उसके नाज़ुक बदन के साथ खेलता रहेगा तो वो कमज़ोर पड़ती जाएगी ! वो कामया की सॉफ्ट गर्दन के संवेदनशील हिस्से को चूमता रहा और धीरे से उसने कामया के दोनो संतरों को अपने कब्ज़े मे ले लिया ! सुनील के मज़बूत पंजों मे अपने कबूतरों को फड़फड़ाता देख कामया सिहर उठी ! सन्नी उसके संतरों को बड़े ही प्यार से हौले हौले सहला रहा था ,मसल रहा था ! कामया ने एक बार फिर विरोध किया !
कामया - -- सन्नी प्लीज़ ऐसा ग़लत मत कर! सन्नी ने कामया के शब्दों की कमज़ोरी को सॉफ महसूस किया और बोला
सन्नी - -- - कामया प्लीज़ मुझे मत रोको ! तुम मेरे बरसों का सपना हो प्लीज़ मुझे अपना प्यार दे दो प्लीज़ ! और ऐसा कहते कहते उसने अपने दोनो हाथ कपड़े के अंदर डाल दिए और कामया की नंगी चुचियों को मसलने लगा ! जैसे बड़े और ठोस बूब्स आज सन्नी दबा रहा था ऐसे बूब्स तो उसके लिए केवल सपना ही था ! वो ज़्यादातर बाज़ारू महिलाओं को चोदता था जो कई हाथों से गुजरती रहती थी पर कामया जैसा घरेलू माल तो पैसों मे भी मिलना नसीब नही होता है ! सन्नी उसके कंधों पर लवबाइट बनाता हुआ उसके टॉप को खोलने लगा ! सन्नी की हरकतों ने उसके जिस्म पर असर डालना चालू कर दिया था कामया का शरीर हीट मे आता जा रहा था वो ये भी जानती थी की अगर उसने सन्नी को ज़ोर दे के रोक दिया तो कल के बाद सब कुछ सन्नी के हाथ मे ही होगा ! कामया ने अंतिम कोशिश करते हुए फिर कहा
कामया - - - भैया मत कर ना ! प्लीज़ मान जाओ ना !!! इस बार उसकी आवाज़ ऐसी थी मानो कह रही हो भैया करते रहो ना !सन्नी उसकी आवाज़ उसकी बॉडी लॅंग्वेज पड़ रहा था और समझ गया था की चिड़िया अब जाल से नही भाग सकती !
सन्नी - - - कामया प्लीज़ करने दो ! आज मुझे मत रोको ! कामया मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए ! जो कामया अब तक सन्नी सन्नी बोल रही थी अब वो भैया बोल रही थी जो इस बात का सूचक था की वो हार मान रही है और जो सन्नी दीदी दीदी बोल रहा था वो अब कामया बोल रहा था जो इस बात को बता रहा था की स्थिति अब उसके नियंत्रण मे आती जा रही है
उसने कामया के दोनो हाथ उपर किए और उसके टॉप को उतार कर फेंक दिया 

ऐसे ही एक बार कई साल पहले भी उसने कामया को टॉप लेस देखा था पर उस समय वो उसकी पहुँच मे नही थी और उस समय उसका बदन इतना गदराया हुआ भी नही था !आज जो नागपुरी संतरे कामया के पास थे उस समय वो केवल कांचे कांचे नींबुड़े थे ! उसने कामया को अपनी तरफ घुमाया और उसके रसीले संतरों को मुँह मे ले लिया ! सन्नी के मुँह मे अपनी चुचि जाते ही कामया की सिसकारी निकल गई
! सन्नी नया खून था उसके पास मदनलाल के समान धीरज नही था ! वो जोश और ताक़त से लबरेज था !वो कामया की चूचियों पर किसी भूखे भेड़िए की तरह टूट पड़ा चुसते चुसते वो उन्हे काटने भी लग गया ! उसके दाँत से चुचि मे जगह निशान बनने लगे ! कामया के मुख से सिसकारियाँ निकलने लगी !
कामया - - - आ आ आउच ! आहह भैया प्लीज़ काटो मत दर्द हो रहा है !
सन्नी - - - सॉरी कामया ! और फिर सन्नी ने बूब्स चुसते हुए अपना हाथ नीचे किया और कामया की मस्तानी थाइस को सहलाने लगा! पेटिकोट के उपर से भी उसकी जांघें बहुत ही चिकनी फील हो रही थी ! फिर सन्नी ने नाडे मे उंगली फँसाई और अगले ही पल कामया का पेटिकोट ज़मीन मे पनाह माँग रहा था ! कामया अब केवल छोटी सी पेंटी मे रह गई थी ! सन्नी ने अब अपना सारा ध्यान कामया की गदराई जांघों पर लगा दिया ! वो उसकी सिल्क सी सॉफ्ट और संगमरमर सी चिकनी जांघों को घूम घूम के सब तरफ से मसाज करने लगा ! जब उसके हाथ कामया के अंदुरूनी जांघों पर पढ़ते तो वो सिहर उठती !अब कामया सन्नी की हरकतों के आगे बेबस होती जा रही थी ! वो विरोध करने का सोचती भी तो उसका शरीर उसे विरोध नही करने दे रहा था ! धीरे धीरे उसका शरीर उसके नियंत्रण से बाहर हो रहा था ! उसे बड़ा आश्चर्य हो रहा था क़ि जिस शरीर को उसने पिछले पचीस सालों से बड़े जतन से पाला पोसा था आज वो उसकी बात ना सुनकर सन्नी के अनुसार थिरक रहा था कितना दगाबाज़ है उसका ये हुश्न ! अब सन्नी घुटनो के बाल बैठ उसकी जांघों को चूमने और चाटने लगा ! सिल्की सॉफ्ट जांघों पर सन्नी के होंठ और जीभ अब कामया पर कहर बनकर टूट पड़े! सन्नी तो कामया की थंडर थाइस को देख अपने होशो हवास खो बैठा! कामया धनु राशि की स्त्री थी और सामुद्रिक शस्त्र के अनुसार ऐसी स्त्री मे कामग्नी का स्थान जंघाओं मे होता है ! सन्नी वासना से भरा हुआ था वो उसकी गुदाज जांघों को काटने लगा तो सिसकारी लेते हुए कामया बोली-
कामया - - - आ आई मां ! भैया प्लीज़ काट मत दर्द होता है ! धीरे से नही कर सकते ! अपनी बहन को सताना अच्छा लगता है क्या ?
सन्नी - - - बहना सता नही रहा हूँ ! तुम्हे स्वर्ग की यात्रा पर ले जा रहा हूँ ! देखना तुम्हराभैया तुम्हे इतना प्यार देगा क़ि तुम निहाल हो जाओगी !
सन्नी धीरे से बैठा और उसने कामया की पेंटी नीचे ज़मीन तक खींच दी ! कामया के पैर अपने आप यंत्र्वत से बारी बारी से उठे और पेंटी यूं दूर चली गई जैसे जन्मो जन्मो की दुश्मन हो ! अब कामया मादरजात नंगी थी ठीक वैसे ही जैसे वो जन्म के समय थी फ़र्क बस इतना था की आज वो हंगामाखेज थी मर्दों के अमन चैन की सबसे बड़ी दुश्मन थी ! सन्नी ने अपना सॉर्ट कब उतारा ये कामया को पता भी नही चला वो तो मदहोश सी बस सन्नी के प्रेमकला मे खोई हुई थी ! सन्नी के नग्न हो जाने का अहसास उसे तब हुआ जब उसे अपनी एस क्रेक मे उसके गर्म सुपादे का अहसास हुआ ! गर्म त्वचा का अहसास और प्री कम की चिपचिपाहट से वो समझ गई की सन्नी के जिस्म मे अब कोई कपड़ा नही है !
कामया जब पूरी नंगी हो गई तो सन्नी उसके हुश्न को देख अवाक रह गया ! कामया का हुश्न देखकर उसका मुँह खुला का खुला रह गया ! अपने निर्वस्त्र सौंदर्य मे कामया किसी अप्सरा सी लग रही थी !

 



सन्नी तो अपनी बहन का रूप यौवन देख कर भोंचक्का सा रहा गया ! वो कामया से तीन फीट पीछे हटा और उसके चारों तरफ घूम कर आँख फाड़ कर उसे देखने लगा ! उसे कामया स्त्री नही बल्कि साक्षात काम की देवी रति लग रही थी ! सन्नी को यूं घूम -2 कर अपने कातिल बदन को देखता हुए देख कामया शर्म से गडी जा रही थी ! लेकिन अंदर ही अंदर उसे अपने सुंदरता पर गर्व हो रहा था की कैसे एक शक्तिशाली मर्द उसके हुश्न के आगे कितना कमज़ोर पड़ गया था ! उसको ऐसा नंगी करके चारों तरफ घूम कर तो कभी सुनील ने भी नही देखा था ! सन्नी के मुँह से बरबस ही निकल गया !
सन्नी - - - शुभान अल्लाह !
कामया ने चौंकाते हुए पूछा
कामया - - - क्या हुआ भैया ?
सन्नी - - - कामया तू नही जानती तू क्या है ! तू तो भगवान की बेमिशाल कारिगिरी है ! तेरे को बनाने के बाद तो भगवान भी एक बारगी तेरे पर फिदा हो गया होगा ! कामया तुझे जमी पर भेजकर तो अब खुदा भी पछताता होगा ! हालाकी सन्नी कामया के शवाब पर मोहित हो गया था लेकिन वो जानबूझ भी कर उसकी तारीफ़ कर रहा था !
सन्नी इस खेल का पक्का खिलाड़ी था ! उसकी उम्र ज़्यादा नही थी लेकिन अपने तेज़ दिमाग़ और बोलने की कला से वो लड़कियों को खुश करना जानता था ! दर्जनो महिलाओं के अनुभव से उसे मालूम था की हर औरत अपनी सुंदरता की तारीफ सुनना पसंद करती है ! यहाँ तक की जो औरत ये जानती है की वो सुंदर नही है तो भी वो झूठी तारीफ सुनना चाहती है ये जानते हुए भी की सामने वाला मर्द झूठ बोल रहा है ! अपनी सुंदरता की तारीफ सुनना स्त्री के डीएनए मे ही इनबिल्ट होता है इसलिए वो चाहकर भी इससे मुक्त नही हो पाती फिर कामया तो ना केवल बेपनाह सुंदर थी बल्कि रूप गर्विता भी थी ! किशोरावस्था से ही वो अपने आसपास के मर्दों को अपने को घूरता देखती आई थी ! आज भी वो घूरी जा रही थी बस फ़र्क ये था की आज वो बर्थ डे सूट मे थी ! कुछ देर यूँ ही क्षचू चोदन के बाद सन्नी ने एक बार फिर पीछे से उसे अपनी बाहों मे भर लिया और उसके हसीन जिस्म से खिलवाड़ करने लगा !
 



कभी वो बूब मसलता तो कभी उन्हे पीने लगता ! उसका खूँटा पीछे से कामया की दरार मे कोहराम मचा रहा था तो उसके हाथ आगे से कामया की गुड़िया का अमन चैन चीन रहे थे ! अब तो कामया भी उत्तेजना की चरम अवस्था पर आ चुकी थी जहाँ वो सिर्फ़ ये सोच रही थी की सन्नी अब उसे अपने कब्ज़े मे कर ले और उसे अपनी पौरुष तले रौंद डाले ! उसकी चूत से काम रस की नदी बह रही थी और उसका शरीर अब हर हाल मे एक ठोस मजबूत पुरुषांग की माँग कर रहा था ! तभी अचानक सन्नी ने आगे से अपना अंगूठा कामया की बुर मे डाल दिया और अंगूठे से ही उसकी चुदाई करने लगा ! जी स्पॉट पर अंगूठा की रगड़ पड़ते ही उसके लव केनल मे चिंगारी फुट पड़ी ! कामया अब सब कुछ भूल गई और बड़बड़ाने लगी - -
कामया - - - आहह ओह आहह ओह माँ ! भैया ये तुमने क्या कर दिया मुझे ! मेरे शरीर मे आग सी लग रही है प्लीज़ कुछ करो भैया नही तो मैं इस आग मे जल कर भश्म हो जाउन्गी !
सन्नी - -- बोलो कामया रानी क्या करूँ ? बोलो ना जान क्या करूँ?
कामया - - - भैया कुछ भी करो पर मेरी ये आग बुझा दो ! मेरी जलन दूर कर दो भैया !










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