Tuesday, October 21, 2014

FUN-MAZA-MASTI ट्रेन में दोस्त की बहन

FUN-MAZA-MASTI

 ट्रेन में दोस्त की बहन 

मैं अकसर अपने दोस्त नवीन के पास जाया करता था | नवीन और मैं एक ही दफ्तर में काम किया करते थे | नवीन की माँ और बाप कुछ साल पहले रेल दुर्घटना में मारे गए जिसमें बस वो और उसकी बहन बच गए थे | नवीन की बहन -पूनम मुंबई में बी.ऐ कर रही थी और नवीन दिल्ली में नौकरी जिससे था अपनी बहन की पूरी पढाई और उसकी अच्छे से घर में शादी करा सके |

नवीन और मैं अकसर एक ही साथ रहते और नवीन मुझपर बहुत भरोसा भी करता था | वो कोई भी काम मेरे बिना नहीं करता था | नवीन मुझे अपना छोटा भाई मानता था और हर काम में मेरी मदद करता | नवीन का यह व्यहवार मुझे बहुत अच्छा लगता था |
अगली सुबह नवीन को पूनम का फोन आया |

नवीन – हाँ . . मेरी बहना. . ! !
पूनम – भईया. . मेरे कॉलेज की छुट्टियाँ कल से शुरू होने वाली हैं | मैं कुछ दिनों के लिए आपके पास आना चहाती हूँ. .
नवीन – हाँ ठीक है मैं कल ही अपने एक दोस्त को स्टेशन तुम्हें लेने के लिए भेझ दूँगा . .! !
नवीन शाम को मेरे पास आया और मेरे हाथ मै ट्रेन की टिकेट थमा कर बोला “यार मेरी बहन २ सालों बाद मेरे पास आ रही है उसको लेने तू मुंबई चला जा |”
मैं चाहते हुए भी हुए भी नविन को मना न कर सका और अगली सुबह पूनम को मुंबई लेने चला गया |

मैं जब मुंबई स्टेशन पर पहुंचा और उधर खड़ी पूनम को देखा तो मुझे तोह सांप ही सूंघ गया था | पूनम बहुत ही गोरी चिट्टी सुन्दर थी और मैं अपनी नज़रें उसपर से नहीं हटा पा रहा था | तभी मैंने अपने आप को सँभालते हुए पूनम को पुकारा और उसे सब समझते हुए हम वहीँ से दिल्ली आने वाले ट्रेन में चड गए | ट्रेन में हम दोनों ने एक दूसरे से कुछ घर – बार की बातें करनी चालू की और कुछ देर बाद एक दूसरे से खुलकर अपनी – अपनी बातें एक दूसरे से बांटने लगे | पूनम हसमुख मिज़ाज की थी और उतनी ही सीधी खुली बात भी करती जिससे कब शाम होई गयी सफर करते – करते पता ही नहीं चला | अब रात होने वाली थी, तभी पूनम अपने कपड़े बदलने ट्रेन की बाथरूम में चली गई और फिर हम दोनों खाना- खाने लगे |

खाना खाते समय जब- जब पूनम जुख रही थी तो मुझे उसके आधे गलियारे समित दूध और उसका काला ब्रा दिख रहा था | मैं अपने – आप को रोक नहीं पा रहा था और घूर के देखने लगा | इतने में पूनम ने मुझे देख लिया और बोली, “क्या देख रहे हो. . ! !” | मैं अंदर से सहम गया और फिर उधर से अपनी नज़रें हटालीं और हाथ धोने चला गया |

कुछ देर बाद हम दोनों अपनी – अपनी सीटों पर लेटे हुए फिर से बातें करने लगे और धीरे – धीरे मैंने यौन कार्यों सम्भंधित बातें भी शुरू कर दी पहले तो पूनम थोड़ा हिचकिचाई फिर वो भी मुझसे काम – क्रियाओं के बारे में पूछने लगी | मेरे बताने पर वो काफी खुल गयी ओर अपने द्वारा की जाने वाली सम्भोग की क्रियायों को बताने लगी जिन्हें सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया और मेरे मन में पूनम को चोदने की छवि बनने लगी |
तभी मेरा लंड एक दम खड़ा हो गया और मेरी पैंट में से उप्पर को झटके मारने लगा | तभी पूनम मेरे सामने मेरे हाथों को सहलाती हुई आई और लंड देख कर मेरी पैंट के उप्पर हाथ फेरते हुए लंड के उच्लाव को महसूस करने लगी | अब तो हद ही हो चुकी थी मैं अब ज्यादा अपने को रोक न सका और पूनम का हाथ पकड़ ट्रेन के बाथरूम में लेकर चला गया और दवाजे को अंदर से बंद कर लिया |

मैंने पूनम को कस के जकड़ लिया और उसके गुलाबी होठों को चूसने लगा जिसका पूनम ने तेज – तेज सांसें लेते हुए विरोध नहीं किया | तभी मैं जब मैंने पूनम की गर्दन को चाटना शुरू किया वो अपने मुहँ से गरम -गरम सिसकियाँ भरने लगी और अपने को हाथ मेरी पेंट मेरी पैंट के बाहर से ही हाथ आए लंड को मसलने लगे |
मैंने पूनम का टॉप उतार कर दरवाज़े के हुक पर तंग दिया और उसके ब्रा के बाहर से उसकी चुचियों के निप्पलों को अपने होठों के बीच भींचने लगा | कुछ देर बाद ब्रा खोला और पूनम के गोरे- गोरे चुचों को जोर से दबाने लगा और उसके नरम निप्पलों को पीने लगा जिससे पूनम की धड़कने बढ़ने लगी और उसका शरीर ज़ोरों से कांपने लगा | यह देख फिर भी मैं रुका नहीं और उसकी पीठ को मसलने लगा और थोड़ा नीचे झुक कर उसके पेट को चूमने लगा मेरे पास समय कम था फिर मैंने पूनम के पहने लोअर(पजामे) को उतारा और उसकी टांगो की पंखुड़ियों को चोडाके उसको जागों को सहलाने लगा |

तभी मैं उसकी पैंटी को सहलाना लगा और अपनी उँगलियों को धीरे – धीरे उसकी पैंटी के किनारे से उसकी चुत में देनी शुरू कर दी | कुछ देर बाद पूनम की चुत में नमी आ चुकी थी, तभी उसकी पैंटी को उतारा और उसकी चुत पर अपनी जीभ लगाना शुरू की और फिर खड़ा होकर अपना लंड उसकी चुत पर रगड़ने लगा फिर धीरे हलके धक्के के साथ मैं लंड को उसकी चुत में डाल अंदर – बाहर करने लगा | मेरा लंड जाते ही पूनम झटपटाने लगी और जोरो से सिसकियाँ शुरू कर दी | मैंने उसकी चौड़ाई हुई टांगों के बीच जाते हुए अपने फौलादी लंड की रफ़्तार बढ़ा दी और अपने हाथों से उसके स्तनों को मसलते हुए उसको होठों को अपनी से चाटने लगा |

उस रात चलती ट्रेन के सफर में हमने एक दूसरे से जकड़े रहे | ३० मिनट तक उसकी चुत चोदने के बाद मैं झड गया और फिर हम दोनों से बारी – बारी बाथरूम से बाहर निकल गए | हम वापस अपनी – अपनी सीटों पर चल बैठ गए पर नींद किसी को नही आई तभी वो मेरे पास आई और हम दोनों ने एक साथ बैठ के कम्बल ओढ़ लिया जिसमें मैं पूरी रात उसके गुप्त अंगों के साथ खेलता हुआ गया और आख़िरकार हम देल्ली पहुँच गए | मेरे कुछ समय के लिए बाहर चले जाने के बाद पूनम मुझे बिना खबर किये वापस मुंबई चली गयी और हमारी अब तक कभी मुलाकात या बात नहीं हो पाई है | बस उन पलों को याद कर मेरे कलेजे को ठंडक मिल जाती है |










हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator