Friday, September 12, 2014

FUN-MAZA-MASTI बड़ा मजा आने वाला है !

FUN-MAZA-MASTI

 बड़ा मजा आने वाला है !

मैं आपका दोस्त रोहित जयपुर से आज फिर एक नई कहानी लेकर आया हूँ !
मैंने अब तक   कई कहानियाँ लिखी।   मैं अब तक कई लड़कियों को चोद चुका हूँ जिस कारण मैं लड़कियों को कैसे चुदवाने के लिए राजी करते हैं, यह बात जान चुका हूँ।
अब मैं आज की कहानी शुरू करता हूँ।
यह बात जून 2009 की है।
बात तब की है जब मैं ऑडिट करने एक कंपनी में जाता था। कंपनी बहुत अच्छी थी, साथ ही वहाँ की एकाउंटेंट सीमा !
बहुत सेक्सी, सुन्दर, सुडौल बदन वाली ... जब वो चलती तो उसकी गांड ऐसे हिलती मानो अभी मेरा लौड़ा उसकी गांड में घुस जयेगा और वो तड़पने लगेगी...
मुझे वो बहुत पसंद थी ..
वो ऑडिट करते समय मेरी हमेशा सहयता करती ...
हम लोग बहुत बातें करते ..
उसके वक्ष का आकार ३४ था..
टॉप में उसके स्तन बहुत अच्छे लगते ! मानो अभी ब्रा टॉप से बाहर आ जायेंगे ...
वो जींस भी बहुत टाइट पहनती थी...
मैं जब भी उसे देखता तो चोदने के बारे सोचता था...
मैं रोज़ उससे ढेर सारी बातें करता था...
हम मोबाइल पर भी बातें किया करते थे...
काम करते करते कभी कभी उसके स्तन से मेरे हाथ अड़ जाते ! शुरुआत में तो मैंने ध्यान दिया ... पर जब मैं उसके वक्ष को अधिक समय के लिए छूने लगा ... तो बहुत मजा आने लगा...
मैं बार बार उसके स्तनों को छूता और वो कुछ नहीं बोलती...
मुझे तो बहुत मजा आने लगा था...
जब वो खड़ी होती तो उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा ...
यह करने पर भी वो कुछ नहीं बोली तो मेरी हिम्मत बढ़ गई, अब मैं उसकी गांड के छेद में ऊँगली डालने लगा ...
एक दिन तो मैंने हद ही कर दी और गांड में ऊँगली डालते डालते चूत तक पहुँच गया...
उसकी चूत पर बाल थे यह छूने से पता चल रहा था ..
एकदम से सीमा मेरे हाथ पर मारती हुई बोली- यार थोड़ा धीरे करो.....
मुझे तो यह सुनने के बाद और मजा आ रहा था ... अब तो मुझे खुली छूट मिल चुकी थी...
अब मैं उससे इस बारे में बात करने लगा...
मैंने सीमा से पूछा- तुमने कभी सेक्स किया है?
बोली- नहीं...
मैं सोचने लगा- आज फिर एक कुंवारी चूत ... बड़ा मजा आएगा..
फिर बोला- मुझसे चुदवाओगी?
पहले वो कुछ नहीं बोली, फ़िर मेरे खड़े लंड पर हाथ रख कर बोली- तेरे साथ तो बड़ा मजा आएगा रोहित....
फिर मैं रोज़ उसे व्यस्क मेसेज मोबाइल से भेजने लगा जो उसे बड़े पसंद आते...
शनिवार का दिन था, मैंने पूछा- कल तुम्हारी छुट्टी है...तो कल की क्या योजना है?
बोली- जहाँ तुम चलो, वहीं चलते हैं...
मैं बोला- ठीक है ! कल पहले मूवी, फिर रेस्टुरेंट में चलते हैं !
बोली- ठीक है...
अगले दिन के लिए मैंने एक नया परफ्यूम ख़रीदा जिसकी खुशबू बहुत अच्छी थी..
मैं बहुत खुश था कि अब जल्दी एक और नई चूत मेरे लंड को मिलने वाली है.
रविवार का दिन भी आ गया ...
मैं जल्दी तैयार हुआ... और हम ठीक छः बजे पर हॉल में पहुँच गए। हॉल में बहुत काम लोग थे, मूवी देखनी किसे थी, हम कोने वाली सीट पर जा कर बैठ गये।
वो बहुत मस्त कपड़े पहन कर आई थी..
सीमा धीरे से मेरे कान में बोली- यार आज तो मैं पैंटी और ब्रा पहन कर नहीं आई !
हैँ? ... मैंने गाल पर किस देते हुए बोला- फिर तो बड़ा मजा आएगा ...!
और फिर मैंने उसकी जींस का बटन खोला और जिप भी खोल दी..
वो बोली- यहाँ ये सब क्यों कर रहे हो... ?
मैं बोला- जानेमन यहाँ हमें कोई नहीं देख रहा !
फिर उसने चारों ओर देखा, वहाँ सिर्फ 20-25 लोग ही थे जो हम से काफी दूर थे...
सीमा बोली- चलो अब कर सकते हो...
फिर मैंने वापिस उसकी जींस की जिप खोली और बालों वाली चूत पर हाथ फेरने लगा। उसे बड़ा मजा आ रहा था... वो मुँह से आवाजें निकालने लगी- आह आह ...
मैंने बोला- जरा धीरे आवाज निकालो...
बोली- ठीक है ...
फिर मैंने उसका शर्ट का बटन खोला और स्तनों को मसलने लगा ... बहुत मजा आया दोस्तों..
वो बोली- यार, दोनों एक साथ मत खोलो ...
मैंने फिर उसकी जींस की जीप बंद कर दी.. और वक्ष को ही दबाने लगा...
थोड़ी देर बाद इंटरवल हो गया, उसने जल्दी से अपने बटन बंद किये और मुझे कुछ खाने के लिए लाने को बोलने लगी ... मैं बाहर गया और कोल्ड ड्रिंक्स और समोसे लेकर आ गया। मूवी फ़िर शुरु हो गई।
सीमा बोली- यार, अब मैं तुम्हारा देखना चाहती हूँ..
मैं बोला- जानेमन, हम तो हमेशा तुम्हारे लिए तैयार हैं...
फिर उसने मेरी जींस की जिप खोली और मेरा 7.5 इंच लम्बा लौड़ा बाहर निकाला और देख कर बोली- यार, तुम्हारा तो काफी बड़ा है... बहुत मजा आएगा..
फिर वो मेरे लंड को हाथ में लेकर मसलने लगी... मुझे काफी मजा आ रहा था। काफी देर ऐसे करने पर मुझे लगा कि मेरा पानी (वीर्य) आने वाला है, तो मैंने बोला- अब रुक जाओ.. नहीं तो पानी आ जायेगा ....
वो रुक गई...
हम लोग वहाँ से मूवी ख़त्म होने से 25 मिनट पहले ही बाहर आ गये और सीधे पार्क में चले गए ...
अँधेरा काफी हो चुका था इसलिए पार्क लगभग खाली ही था।
हमने ऐसी कुर्सी देखी जहाँ पेड़ हों और हमें कोई ना देख पाए...
फिर हम कुर्सी पर जाकर बैठ गए ... सीमा घबरा रही थी...
मैं बोला- जानेमन, घबराने की कोई जरुरत नहीं है...
फिर बोली- यार, किसी ने देखा तो ?
मैं बोला- इस समय कोई नहीं आता है यहाँ ...
फिर वो बोली- ठीक है...
फिर मैंने उसकी शर्ट के दो बटन खोले और उसके चुचूक को मुँह में चूसने लगा ...
थोड़ी देर बाद मैंने उसकी जींस खोली और उसकी बालों वाली चूत पर हाथ फेरने लगा ...
वो आह आह करने लगी...
फिर मैंने उसकी चूत में ऊँगली डाल कर खोलने की कोशिश की... उसकी चूत बड़ी कसी थी...
मैंने अपनी ऊँगली पर अपना थूक लिया और चूत को धीरे धीरे खोलने लगा तो सीमा बोली- यार दर्द हो रहा है...
मैं बोला- तो फिर अपना लंड डालता हूँ, कम दर्द होगा ...
बोली- ठीक है...
फिर मैंने उसे बैन्च पर लिटा दिया और उसके ऊपर लेट कर उसकी चूत में अपना बड़ा लंड धीरे धीरे घुसाने लगा ...
वो बोली- थोड़ा दर्द हो रहा है लेकिन मैं सहन कर लूंगी ! तुम चालू रखो..
मैंने थोड़ी गति बढ़ाई और उसकी चूत को फाड़ने लगा.. तीन मिनट बाद उसकी चूत फट गई और वो चिल्लाई- हाय राम मर गई ...
मैं डर के मारे रुक गया और पूछा- क्या हुआ जानेमन ...
थोड़ी देर रुक कर बोली- तुमने तो मेरी जान ही निकाल दी... अब ठीक हूँ, चालू रखो !
मैं बोला- यार मुझे डर लग रहा है... कोई आ गया तो मर जायेंगे... परसों मेरे घर कोई नहीं होगा तुम भी बहाना बना कर छुट्टी ले लेना.. खूब मजे करेंगे !
वो बोली- ठीक है...
फिर हमने जल्दी अपने कपड़े ठीक किये और घर चले गए...


सीमा अपने घर चली गई। फिर मैंने रात को सीमा के नाम पर दो बार मुठ मारी, बहुत मजा आया...
फिर मैं उसी के बारे में सोचता सोचता सो गया ... सुबह उठा तो मुझे कमजोरी महसूस हुई जो मुठ मारने के कारण हुई थी ..
फिर मैंने अपने सवेरे के सारे काम किये और पढ़ाई करने लगा ...
मुझे आज का दिन कैसे भी करके निकलना था क्योंकि कल मुझे सीमा को अपने ही घर में चोदना था ...
आज शाम को मुझे छोड़ कर घर के बाकी सभी लोग मौसी के घर तीन दिनों के लिए जा रहे थे...
जब सब लोग चले गए तो ...मैंने सीमा को फ़ोन लगाया और बोला- जान, अभी आ जाओ... अभी मस्ती करेंगे !
बोली- धीरे बोलो ! बॉस पास ही है ... हम रात को बात करते हैं..
मैं बोला- ठीक है...
फिर रात को मैंने उसे फ़ोन किया तो पता चला सीमा के घर पर सब लोग सो गए, मैंने सोचा तब तो मस्त वाली सेक्सी बातें करुंगा।
फिर मैं बोला- जान, घर पर कोई नहीं है... तुम मेरी रात की पार्टनर बन कर आ जाओ, खूब मस्ती करेंगे ...
सीमा- जानेमन, तुम आज कल बहुत शैतान हो गए हो... कल तुम्हें बताती हूँ, पार्टनर बन कर दिखाऊँगी ... मेरी तो चूत कल से तड़प रही है जबसे तुमने इसे फाड़ा है... कई बार पानी छोड़ चुकी है।
मैं बोला- जानू, मेरा लौड़ा है ही बड़ा मस्त.. तू देखती जा कल क्या मजे आते हैं !
और भी बहुत सारी बाते हुई जो मैं आप लोगों को नहीं बताउंगा... अंत में मैंने पूछा- कल कितने बजे आओगी?
बोली- ऑफिस टाइम दस बजे !
मैं बोला- यार, घर पर यह बोल कर आना कि सहेली के घर जाना है ...आठ- साढ़े आठ तक आ जाओ ना ! मैं लेने आ जाउंगा...
सीमा- ठीक है आ जाउंगी ... बाय !
रात भर मैं सीमा के बड़े बड़े स्तनों और उसकी गांड के बारे में सोचता रहा, सोचते सोचते नींद आ गई...
सुबह हुई, मैं जल्दी से तैयार हो गया और सीमा को फ़ोन लगाया, उसने फ़ोन नहीं उठाया।
मैंने सोचा कि शायद कोई आस पास होगा...
फिर 15 मिनट बाद फ़ोन आया- 5 मिनट में निकल रही हूँ ! आ जाओ...
फिर मैं उसे लेने चला गया ...
हम दोनों घर आ गये घर को मैंने लॉक किया और सीमा को उठा कर बेडरूम में ले गया !
वहाँ उसे लेटा कर एक मस्त सा जोरदार चुम्बन लिया..
वो बहुत टाइट जींस और टॉप पहन कर आई थी.. बहुत सेक्सी लग रही थी...
मैंने जल्दी से उसके स्तनों को उसके टॉप और ब्रा से आजाद कर दिया..
फिर उन्हें मुँह में लेकर चूसने लगा...
उसे बड़ा मजा आ रहा था, बोली- करते रहो जान ...
मैं बोला- ये ले मेरी जानेमन, तुझे अभी बहुत मजे करवाने हैं !
करीब दस मिनट इस तरह करने पर मैंने उसकी जींस खोल दी, मैंने देखा कि उसकी पैंटी गीली थी...मैं समझ गया कि सीमा झड़ चुकी है...
फिर मैं उसकी गीली पैंटी से ही उसकी चूत के छेद में हाथ डालने लगा।
वो बोली- यार, बड़ा मजा आ रहा है...अह आः ओह्ह्ह ऐसी आवाजें आने लगी..
मैं बीच-बीच में उसे चूमने लगा ..
थोड़ी देर बाद वो उठी और उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया।
वो मेरा सीना चाटने लगी...
बहुत मजा आ रहा था...
फिर उसने मेरा पूरे आकार में खड़ा हुआ लंड हाथ में लिया और बोली- जान यह तो बड़ा मस्त लग रहा है ! बड़ा मजा आने वाला है !
फिर उसने मेरा लंड अपने हाथ में लेकर उसे मुँह में लिया, फिर वो मुँह में लेकर उसे ऊपर नीचे करने लगी।
थोड़ी देर बाद बोली- यार तेरा कितना बड़ा है ! मेरे मुँह में ही नहीं आ रहा है..
मैं बोला- जान, अभी तेरी चूत को इस बड़े लंड से ही मजे आने वाले हैं...
वो फिर से लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी...
बहुत मजा आ रहा था.. मैं उसके स्तन दबा देता, उसकी चूत में ऊँगली भी डाल रहा था...
15 मिनट बाद सीमा बोली- तेरा लंड है या कुछ और? मैं कितनी देर से तेरे पानी का इंतजार कर रही हूँ लेकिन ये है कि निकलता ही नहीं..
मैं बोला- यह मर्द का लंड है ! इतनी जल्दी हार नहीं मानेगा..
करीब दस मिनट बाद मैं झड़ गया और उसने मेरा पानी चाट लिया।
मैं बोला- अब खुश ...?
बोली- हाँ ..
फिर मैं बोला- अब तेरी चूत की बारी है...
वो बोली- कब से मैं इसका इंतजार कर रही हूँ ! चलो शुरू हो जाओ...
फिर मैंने उसकी चूत में अपना लंड एक झटके में डाल दिया, वो चिल्लाई- आई माँ ! मर गई ऽऽऽ
मैं बोला- क्या हुआ ?
बोली- इतनी तेज़ नहीं घुसाना चाहिए था ! तेरा है भी कितना मोटा और बड़ा...
फिर मैंने बहुत तेज़ गति में उसे चोदना शुरू कर दिया ...
वो बोली- बहुत अच्छा लग रहा है !
फिर मैं अपनी गति में उसे चोदने लगा...उसके स्तन भी एक साथ दबाने लगा..
थोड़ी देर बाद वो झड़ गई, बोली- तुम चालू रखो ...
करीब बीस मिनट बाद मैं भी झड़ गया।






हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator